जिले में खादी की पहचान बापू की प्राण और भारत की शान से जाना जाता है

गजेंद्र कुमार सिंह।

-आजादी की लड़ाई खादी की कपड़ा पहन कर लड़ाई लड़ा गया था अब यह समापन की घड़ी आ गया है

-भारत तथा बिहार के जनता के साथ शिवहर की जनता इसे बढ़ावा दे –पूर्व विधायक केदारनाथ प्रसाद
-जिले में खाद्दी भंडार का निरीक्षण कर पूर्व विधायक केदारनाथ प्रसाद ने खाद्दी वस्त्रों को बढ़ावा देने के लिए हुए संकल्पित

-जिले में पूर्व विधायक केदारनाथ प्रसाद ने अपने समर्थकों को गांधी टोपी पहनाकर सम्मानित किया तथा खादी को बढ़ावा देने के लिए वचनबद्ध हुए

शिवहर—- जिले में महात्मा गांधी का प्रसिद्ध नारा रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीताराम, ईश्वर अल्लाह तेरे नाम सबको सन्मति दे भगवान, नारो के साथ शिवहर लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी व लालगंज वैशाली के पूर्व विधायक केदारनाथ प्रसाद ने शिवहर स्थित गांधीनगर भवन में अपने समर्थकों के साथ बापू के जयंती पर माल्यार्पण करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया है।
पूर्व विधायक ने गांधी जयंती के अवसर पर खाद्दी ग्राम उद्योगों के बढ़ावा देने को लेकर खाद्दी भंडार का निरीक्षण किया है तथा वहां सैकड़ो चरखा जो खराब पड़ा है तथा कुछ चरखा जो चालू पड़ा है उसको व्यवस्थित करने की मांग सरकार से की है।

पूर्व विधायक केदारनाथ प्रसाद ने कहां है कि महात्मा गांधी का एक महान अस्त्र सत्य अहिंसा के साथ स्वावलंबी और स्वदेशी मूल मंत्र था , खाद्दी ग्राम उद्योग के बल पर महात्मा गांधी विश्वव्यापक आंदोलन के साथ घर-घर चरखा और खाद्दी का विश्व व्यापक बनाया जाए। उन्होंने कहा है की खादी महात्मा गांधी का प्राण भारत की शान है। अपने पूर्वजों की कीर्ति को कीर्तिमान बनाए रखने में हम समस्त भारत वासियों को कड़ी का सदुपयोग करना चाहिए।
उन्होंने कहा है कि आज की सरकार खादी उद्योग से उदासीन है ,अपने पूर्वजों के प्राण व शान बढ़ाने की जगह खाद्दी भंडार की नाम को ही मिटा देना चाहती है । उन्होंने कहा है कि चरखा जो स्वावलंबी और स्वदेशी का आधार स्तंभ था ,आज उसे मृत प्राया: कर दिया है, जिससे हमारे हजारों माताएं बहने रोजगार प्राप्त कर अपने जीवका पालन करती थी।
पूर्व विधायक केदारनाथ प्रसाद ने कहा है की खादी भारतीय सभ्यता संस्कृति की विरासत को बचाएं ,इसको सम्मिलित करने में सरकार अपनी नैतिक जिम्मेदारी को समझते हुए कपास की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित करें, चरखा और हथकरघा को विस्तार कर एवं खादी वस्त्र धारी को ग्राहकों को खादी वस्त्र को समय-समय पर विशेष छूट देकर प्रोत्साहित करें।
उन्होंने बिहार सरकार केंद्र सरकार और जिला प्रशासन से अनुरोध किया है कि गांधी के अरमानों का सम्मान करें ।खादी वस्त्र भारत की सभ्यता संस्कृति की पहचान है, गर्व के साथ खादी वस्त्र का उपयोग करें ,और खाद्दी वस्त्र के साथ अपने आप को भारतीय होने का गर्व महसूस करें।
मौके पर रामचेला सिंह, शेख अनवर, पूर्व प्रमुख गणेशाराम, उदय शंकर सिंह, जितेंद्र सिंह, रामनाथ यादव, अशोक सिंह, मनोज कुमार सिंह, राम शेखर साह, शंकर साह, कामता प्रसाद सिंह,गोपाल राम ,महेश दास, रहमान खान आदि समर्थक मौजूद रहे।

 

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