भारत की विविधता को एक सूत्र में खूबसूरती से पिरोने का काम करेगी कानून समान नागरिक संहिता
धीरज ।
गया।बिहार भाजपा के वरीय नेता व पूर्व कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि समान नागरिक संहिता शादी,तलाक,एडॉप्शन, उत्तराधिकार,विरासत,और लैंगिक समानता व सबको समान अधिकार के लिए देश को आज बहुत जरूरी है। धार्मिक आधार पर,लिंग के आधार पर हमें असमानता नहीं चाहिए। नागरिकों के अधिकार का इससे हनन होता है।कानून भेदभाव होता है। हमारा संविधान,हमें समानता का अधिकार देता है, तो फिर क्यों हम शादी,तलाक,एडॉप्शन,उत्तराधिकार, विरासत,लैंगिक असमानता को को कोई बर्दाश्त करे? एक देश एक कानून जल्द लागू होना चाहिए। देश के आम मुसलमान भी इस कानून को चाहते हैं। कुछ राजनीतिक पार्टियां इसको हवा देकर संप्रदायिक मतभेद पैदा करना चाहती है। समान नागरिक संहिता कानून देश की मजबूती के लिए,सबको समान अधिकार के लिए बहुत ही जरूरी है। 22वें विधि आयोग का प्रयास का देश की जनता का भरपूर समर्थन है। देश के सर्वोच्च न्यायालय ने भी बार-बार मांग की है कि जल्द समान नागरिक संहिता कानून देश में लागू हो। संविधान निर्माताओं की भी मंशा यही रही थी। यह किसी धर्म के खिलाफ,किसी मजहब के खिलाफ नहीं है। भारत की विविधता को एक सूत्र में खूबसूरती से पिरोने का काम समान नागरिक संहिता कानून करेगी। मोदी सरकार के इस कानून के साथ देश की जनता खड़ी है।