जेपी के बाद नीतीश ऐसे नेता के तौर पर स्थापित होंगे जो मोदी की कुर्सी को अंतिम कील ठोकेंगे

संजय वर्मा ।

23 जून को विपक्षी एकता की बैठक से पहले संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी के साले के बेगूसराय स्थित आवास पर ईडी का छापा यह जताता हैं कुर्सी जाने के डर से कितना बेचैन है हताश निराश परेसान है सीएम नीतीश ने वो कर दिखाया जिसकी वो परिकल्पना तक नहीं की थी महीनों की मिहनत ने अंततः रंग लाई कल यानी 23 जून को कांग्रेस समेत देश के तमाम विपक्षी पार्टियों को एक मंच पर जुटाकर नीतीश ने रणनीतिक कौशल का परिचय दिया एक दूसरे के धुर विरोधियों को एक मंच पर महजुटान कराना यह बड़ी ही दुरूह कार्य था पर सभी को एक जगह इकट्ठा कर नीतीश ने जता दिया कि राजनीति के असली चाणक्य तो वही है वैठक में भाग लेने के लिये पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती सबसे पहले पटना पहुंच गई जबकि ममता बनर्जी अरविंद केजरीवाल भगवंत मान एम के स्टॅलिन उमर अब्दुल्ला शाम तक पहुंच जाएंगे पटना। मल्लिकार्जुन खड़गे राहुल गांधी कैसी बेनुगोपाल शरद पवार उद्धव ठाकरे अखिलेश यादव हेमंत सोरेन कल 10 बजे पहुंचेंगे सभी के ठहरने की व्यवस्था राजकीय अतिथिशाला में किया गया है विपक्ष एकता की महबैठक मुख्यमंत्री आवास में होगा सभी मिलकर ठोस रणनीति बनाएंगे की 2024 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र दामोदर दास और भाजपा को हराया जाय क्या मुद्दे हैं यह बकबास है कि इस मीटिंग में तय होगा कि पीएम उम्मीदवार कौन होगा सम्भव है यह चुनाव के बाद होगा जातीय जनगणना के सवाल पर एकजुट विपक्ष शंखनाद करेगा देश ही नही दुनिया की नज़र इस महबैठक पर होगी। देश मे बदलाव के उद्घोष का साक्षी बनेगा बिहार की राजधानी पटना भाजपा के अनर्गल बयानों को दरकिनार करते हुए यह ऐतिहासिक क्षण होगा जब पूरे देश के सभी बड़े राजनेताओं के महजुटान का गवाह बनेगा जेपी के बाद नीतीश कुमार एक ऐसे नेता के तौर पर स्थापित होंगे जो मोदी की कुर्सी को अंतिम कील ठोकेंगे।

लेखक जदयू-राजद से जुङे है………

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