बीआरसी में दो दिवसीय दिव्यांग शिविर का आयोजन,24 बच्चों को मिला प्रमाण पत्र ll

रिपोर्ट-संतोष कुमार,रजौली

प्रखण्ड मुख्यालय के इंटर विद्यालय परिसर स्थित बीआरसी भवन में पीएचसी प्रभारी डॉ सौरभ निराला के नेतृत्व में 0 से 18 वर्ष आयुवर्ग के दिव्यांग बच्चों को दिव्यांगता का जांच सह प्रमाणीकरण हेतु दो दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया।इस शिविर में प्रखण्ड क्षेत्र के 24 दिव्यांग बच्चों ने लाभ उठाया।इस मौके पर पीएचसी चिकित्सक डॉ मुन्ना दुसाद,परिवार कल्याण कार्यकर्ता शशिकांत कुमार के अलावे दीपक कुमार व बिपिन कुमार मौजूद रहे।पीएचसी प्रभारी ने बताया कि जिला के निर्देशानुसार 0 से 18 वर्ष आयुवर्ग के वर्ग के दिव्यांग बच्चों हेतु बुधवार व बृहस्पतिवार को बीआरसी भवन में दो दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया।उन्होंने कहा कि शिविर के पहले दिन 26 दिव्यांग बच्चे अपने-अपने परिजनों के साथ शिविर में आये।शिविर में आये बच्चों का जांच किया गया।साथ ही कहा कि कुछ बच्चों के पास पहले से दिव्यांग प्रमाण पत्र था।वहीं दिव्यांग नहीं बल्कि बीमार बच्चों को इलाज हेतु रेफर किया गया है।पीएचसी प्रभारी ने बताया कि शिविर के पहले दिन कुल 12 दिव्यांग बच्चों को प्रमाण पत्र निर्गत किया गया है।वहीं शिविर के दूसरे दिन बृहस्पतिवार को 20 दिव्यांग बच्चों में कुल 12 बच्चों को जांच के बाद प्रमाण पत्र दिया गया है।पीएचसी प्रभारी ने कहा कि दिव्यांग शिविर में जांच के दौरान लगभग सभी बच्चे 60% व उससे ज्यादा दिव्यांग पाए गए।वहीं शिविर में आये चितरकोली पंचायत के गढ़ दिबौर गांव निवासी मंसूर आलम ने बताया कि उन्हें शिविर की जानकारी आंगनबाड़ी सेविका से हुई है।जिसके बाद वे अपनी चचेरी बहन को लेकर शिविर में आकर जांच करवाया।वहीं फरका बुजुर्ग पंचायत के अधबरबा गांव निवासी बबिता देवी ने बताई कि उनका 16 वर्षीय बेटा मंदबुद्धि है।साथ ही कही कि दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनने से उसे सरकारी योजनाओं का लाभ मिल पायेगा।वहीं शिविर में टकुआटांड़ के टिंकू राजवंशी,विनोबा नगर के पिन्टू राजवंशी,हरदिया के सत्येंद्र सिंह,मलियातरी के रामेश्वर प्रसाद,कैरीखाप के संतोष कुमार व अन्य परिजन अपने-अपने बच्चों के साथ मौजूद रहे

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