व्यापार मंडल अध्यक्ष ने मां की चौथी पुण्यतिथि पर गरीबों में बांटे कंबल

चंद्रमोहन चौधरी ।
बिक्रमगंज। व्यापार मंडल बिक्रमगंज के अध्यक्ष सह पूर्व चेयरमैन नगर परिषद, बिक्रमगंज सह भाजपा कार्यकारणी सदस्य सिद्धनाथ उर्फ जवाहर सिंह ने रविवार को गरीबों के बीच कंबल वितरण किया। अवसर पर उन्होंने अपने पैतृक आवास धारूपुर गांव में मां के तैलचित्र पर दीप प्रज्वलित-पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। मौके पर उपस्थित सैकड़ों लोगों ने भी पुष्पांजलि अर्पित कर दो मिनट का मौन रख उनके दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। व्यापार मंडल अध्यक्ष सिद्धनाथ उर्फ जवाहर सिंह ने नगर परिषद,बिक्रमगंज के विभिन्न वार्डो में जाकर लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि रोहतास जिला में शिक्षा का पहला अलख जगाने वाले वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय धारूपुर संस्थापक सह सचिव स्व.राज बहादुर सिंह की स्व.पार्वती देवी धर्मपत्नी थी। जबकि व्यापार मंडल अध्यक्ष सिद्धनाथ सिंह की वह पूजनीय मां थी। उन्होंने बताया कि हम सभी के जीवन में हमारी मां एक अनमोल रत्न होती है।

जिनके मार्गदर्शक पर आज भी हमें चलकर गरीब लोगों की सहायता कर उनका हमदर्द बनना चाहिए। जो स्व. मां के उपदेश को आज भी मैं याद कर गरीबों के बीच लगातार चार वर्षो से उनका सहायता करता हूं। व्यापार मंडल ने कहा कि हमारी मां भी अपने जीवनकाल में असहाय गरीब लोगों की हमदर्द बनकर उनकी मदद करती थी। जिनकी कमी आज भी उस समाज के गरीब लोगों की बीच खलती है। जबकि वीरकुंवर सिंह विश्विद्यालय आरा सीनेट सदस्य सह भाजपा शिक्षा प्रकोष्ठ प्रदेश महामंत्री डॉ. मनीष रंजन ने भी अपनी स्व.दादी पार्वती देवी को याद करते हुए बताया कि वह देश के आजादी काल से हीं गरीबों के हक की हमदर्द बनकर उनकी लड़ाई लड़ती थी। दूसरी तरफ इस मदद को पाकर आशा देवी, कुन्नू साह, योगेन्द्र यादव, दुखी पासी, विश्वनाथ पासी, सत्यनारायण प्रसाद, राजेश कुमार, लाली देवी, उर्मिला कुंवर सहित सैकड़ों गरीब लोगों ने आभार जताया। अवसर पर प्राचार्य डॉ. सुरेंद्र कुमार सिंह, पूर्व नगर परिषद उप सभापति विकास सिंह, सरोज सिंह, बब सिंह, पूर्व वार्ड सदस्य ललन चौरसिया,वार्ड वार्ड प्रतिनिधि सह भाजपा नेता मंगल कुमार,संजय सिंह, राजद छात्र नेता जुनैद खान, प्रोफसर-बीर बहादुर सिंह, उमा शंकर सिंह, प्रियतम कुमार, बलवंत सिंह, अनिल सिंह, अजय सिंह, रमेश कुमार,अभय सिंह, मनोज सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।