आचार्य किशोर कुणाल भगवान महावीर, शिक्षा, स्वास्थ्य, सर्वहारा समाज के वाहक

विश्वनाथ आनंद .
गया( बिहार)-भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी, विश्व विख्यात पटना महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव, बिहार धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष, महान समाजसेवी आचार्य किशोर कुणाल के असामयिक निधन पर गया के गोल पत्थर स्थित महावीर मंदिर के बाहर दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि देते गया शहर के लोगों ने इश्वर से प्रार्थना कर इस दुःख की घड़ी में इनके परिवार को सहन शक्ति प्रदान करने तथा अपने श्री चरणों में स्थान दें।
इस अवसर पर उपस्थित आचार्य राजू रंजन दास, प्रो विजय कुमार मिट्ठू, शशि किशोर शिशु, प्रद्युम्न दुबे, श्रीराम दुबे, बाबूलाल प्रसाद सिंह, शिव कुमार चौरसिया, टिंकू गिरी, पंडित आलोक रंजन, राम प्रमोद सिंह, राजीव कुमार सिंह उर्फ उर्फ लबी सिंह, धनंजय शर्मा, मुरारी शर्मा, बलिराम सिंह, विनय पाठक, मोहन पाठक, गुरु पाठक, सुमन पाठक, आदि ने आचार्य किशोर कुणाल चरणों में पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी, अयोध्या श्री राम मंदिर विवाद के समय विश्व हिन्दू परिषद और बाबरी मस्जिद ऐक्शन कमिटी के बीच मध्यस्थता करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री वी पी सिंह से लेकर चन्द्रशेखर, तथा पी वी नरसिम्हा राव के कार्यकाल तक विशेष अधिकारी रहने, विश्व विख्यात पटना महावीर मन्दिर ट्रस्ट के सचिव आचार्य किशोर कुणाल अपने जीवन में 7 अस्पतालों की स्थापना, पटना महावीर मंदिर कोष से स्थापित कर गरीब मध्यमवर्गीय परिवार को जीवन देने का काम किया।
नेताओ ने कहा कि इनकी कीर्ति महावीर कैंसर संस्थान, और महावीर वात्सल्य अस्पताल अपने आप में अनूठा एवं बिहारवासियों के लिय बहुत ही उपयोगी सिद्ध हुई है।नेताओ ने कहा कि कभी वरिष्ठ अधिकारी के रूप में इन्हें भारतरत्न पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर ने इन्हें देव तुल्य अधिकारी बताया था, तो पटना महावीर मंदिर में इतिहास रचने जैसे रामचरितमानस के रचियता तुलसीदास की प्रतिमा लगाने, रविदास जाति के विद्वान को महावीर मंदिर का पुजारी बनाने का काम किया।श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित लोगों ने भगवान महावीर के सच्चे अनुयाई, आचार्य किशोर कुणाल जी को बिहार के सभी महावीर मंदिरों के पास इनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर इनके बताये रास्ते पर चलने का संकल्प दोहराना ही इनकी सच्चि श्रद्धांजलि होगी।