मुख्यमंत्री ने 8 हजार करोड़ को तिलांजलि दे लागू किया गया था शराब बंदी कानून : मंत्री
चंद्रमोहन चौधरी ।
1 करोड़ 84 लाख की लागत से बना भूमि निबंधन कार्यालय बिक्रमगंज के नवनिर्मित भवन का मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के मंत्री रत्नेश सदा ने रविवार को फीता काट कर उद्घाटन किया। इसके उपरांत एक सभी की गई। जिसका दिप प्रज्वलित कर मंत्री एवं मंच पर मौजूद नेता अधिकारी ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। पटना डिवीजन के सहायक निबंध पदाधिकारी रीवा चौधरी ने मंत्री को अंग वस्त्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया । वही स्थानीय निबंधन पदाधिकारी रवि शंकर कुमार ने दीनारा विधायक विजय मंडल एवं पूर्व मंत्री सह नोखा विधायक अनीता चौधरी सहित सभी अतिथियों का स्वागत अंग वस्त्र एवं मोमेंटो देकर किया। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के मंत्री रत्नेश सदा ने नव निर्मित भवन को भूमि क्रेता एवं विक्रेताओं के लिए लाभप्रद बताया। कहा कि पुराना भवन संसाधन विहीन था। जिसमें सभी को असुविधा का सामना करना पड़ता था। नये भवन सुविधा संपन्न है। इससे क्रेता, बिक्रेता, अधिकारी और कर्मि सभी को उचित सुविधाएं मिल सकती है। शराबबंदी का चर्चा करते हुए कहा कि बिहार में शराबबंदी से महिलाओं में काफी खुशी है।
उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को साधुवाद देते हुए कहा कि 8 हजार करोड़ के राजस्व को तिलांजलि देकर बिहार में शराबबंदी कानून मुख्यमंत्री ने लागू किया था। जिससे आम जनों को राहत मिली है। शराबबंदी वापस लेने क घोषणा करने वाले का नाम लिए बिना कह कि वैसे लोग काल के गाल में नौजवान को भेजना चाहते है। क्योंकि कुछ लोग कह रहे है कि सरकार बनते शराब बिहार में चालू किया जाएगा। वहीं काला जत्था की टीम ने शराबबंदी पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर लोगों को भावविभोर कर दिया। उनके प्रस्तुति से सभी विह्वल हो उठे। सभी कलाकारों को सम्मानित करते हुए मंत्री ने लोगों को कलाकारों के अभिनव से सीख लेने एवं नशा से स्वयं के साथ पड़ोसियों को भी बचाने का आह्वान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता बिक्रमगंज निबंधन पदाधिकारी रविशंकर कुमार तथा संचालन अवर निबंधन पदाधिकारी रोसड़ा भाष्कर ज्योति ने किया। कार्यक्रम में एडीएम चन्द्रशेखर प्रसाद सिंहआ, जेडीयू नेता जगनारायण सिंह यादव, तरारी विधानसभा प्रभारी जदयू नेत्री अरुणा देवी, पूर्व सदस्य महिला आयोग सबिता नटराजन, जिलाध्यक्ष अजय कुशवाहा, रेशमा पटेल, बलिराम सिंह सहित कई राजनीतिक दल से जुड़े नेता, भूमि निबंधन कार्यलय बिक्रमगंज के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।