डॉ 0 तेजस्वी नंदन और भाजपा नेता राहुल ने पत्रकार धीरज के बच्चे का जान बचाया

विशाल वैभव ।

गया।पत्रकार धीरज सिन्हा के भतीजा का खेलने के दौरान हाथ का छोटा घड़ी का बैटरी नाक में फंसा: मेडिकल के डॉक्टर ने जान का बता दिया खतरा, भगवान के रूप में आए भाजपा नेता राहुल रंजन और डॉक्टर तेजस्वी नंदन , गया शहर के एक चैनल के पत्रकार धीरज सिन्हा के भतीजा का खेलने के दौरान हाथ का छोटा घड़ी के बैटरी नाक में जाकर फंस गई। इसके बाद आनन-फानन में पत्रकार धीरज सिन्हा ने अपने भतीजा को लेकर मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल चल गए, जहां हालात को गंभीर बताकर इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कर लिया गया और वहां के डॉक्टर ने बैटरी को दिमाग में फंस जाने की बात कह कर ऑपरेशन करने की बात करने लगा। मगध मेडिकल का डॉक्टर ने बॉन्ड भरने की जल्दबाजी करने लगे और कहने लगा कि बच्चा का जान नहीं बच पाएगा।

बेहोशी करेंगे और ऑपरेशन होगा तब ही जान बच सकता है। इसके बाद पत्रकार धीरज सिन्हा को कुछ समझ में नहीं आया और ईएनटी डॉक्टर सुजीव कुमार को तकरीबन 5 बार कॉल किया, लेकिन कॉल रिसिव नहीं कर पाए। इसके बाद पत्रकार धीरज सिन्हा को कुछ समझ में नहीं आया और मगध मेडिकल अस्पताल से अपने भतीजा को बिना इलाज कराये वहां से निकलने लगा तो मेडिकल परिसर में कई दलाल यहां तो कोई यहां डॉक्टर के यहां भर्ती कराने की बात करने लगा। इसके बाद पत्रकार धीरज सिन्हा ने उन लोगों को डाट भटकार लगाया। फिर वहां से पत्रकार धीरज सिन्हा ने रात तकरीबन 1 बजे जिलाधिकारी आवास के समीप डॉ0 रतन कुमार के पास पहुंचे, लेकिन डॉक्टर साहब नहीं होने का बात कहकर गेट नहीं खोला गया। जिसके बाद पत्रकार धीरज सिन्हा का पूरा परिवार परेशान में था और मगध मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर ने जिस तरह से जवाब दिया था उससे और परिवार टेंशन में हो गया, इसके बाद सड़क पर परिवार खड़े थे लेकिन भगवान के रूप में भाजपा नेता राहुल रंजन अपने परिवार के साथ पंडाल एवं मूर्ति भर्मण करने के लिए निकले थे। पत्रकार धीरज सिन्हा को खड़ा देखा तो उन्होंने अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी को रोक दिया और हाल-चाल पूछने लगे। इसके बाद पूरी बात को पत्रकार धीरज सिन्हा ने बताया, जिसके बाद कुछ देर के लिए भाजपा नेता राहुल रंजन परेशान हो गए और सोचने लगे कि इस बच्चे का जान हम कैसे बच्चा सकते है। उसने बाद रात 2 बज गयी और बिना कुछ सोचे समझे बिना कुछ विचार किये डॉ0 तेजस्वी नंदन के आवास पर कॉल किया तो मैडम ऑपरेशन में थी। 5 मिनट में बाद तुरंत डॉ0 तेजस्वी नंदन ने कॉल किया तो भाजपा नेता राहुल रंजन ने सारी बातों को बताया है।

इसके बाद राहुल रंजन ने डॉक्टर तेजस्वी नंदन से कहा कि मैडम जिसको भी फोन करना पड़े कीजिये… लेकिन इस बच्चे का जान बचा लीजिये। डॉ0 तेजस्वी नंदन मैडम ने कहा सर परेशान मत होइए, हम कुछ करते है।उन्होंने तुरंत इएनटी स्पेशलिटी डाॅ0 अंशु कुमार को फोन किया और रिक्वेस्ट कर मरीज को देख लेने की बात कही। डॉ तेजस्वी नंदन मैडम के फोन के बाद पत्रकार धीरज सिन्हा के परिजन डॉ0 अंशु कुमार के आवासीय क्लिनिक आशा सिंह मोड़ गए और करीब 2 घंटे के इलाज में बच्चा को बचा लिया गया और पत्रकार धीरज का परिजन सकुशल बच्चे के साथ घर वापस हुआ। अगर भाजपा नेता राहुल रंजन और डॉक्टर तेजस्वी नंदन के रिक्वेस्ट ना होता तो इस बच्चे को बचा पाना बहुत ही मुश्किल था…क्योंकि नवरात्रा का महीना चल रहा था और ऐसे में कई डॉक्टर छुट्टी पर थे। कई डॉक्टरों के पास पत्रकार धीरज सिन्हा ने कॉल किया, लेकिन कोई रिस्पांस नहीं दिया गया। इस नेक कार्य के लिए पत्रकार धीरज सिंह ने राहुल रंजन को भगवान के रूप में आने के लिए धन्यवाद दिया।

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