बरसाती मेढ़क की तरफ फिर से फुदकने लगे अवैध कोयला डीपो व्यापारी,उड़ते डस्ट से बढ़ रही सड़क दुर्घटनाएं

संतोष कुमार ।

थाना क्षेत्र के हरदिया में एनएच-20 सड़क के किनारे बरसात खत्म होते ही कोयले के डस्ट का अवैध कारोबार एक बार फिर धड़ल्ले से पनपने लगा है।रजौली पुलिस की नाक के नीचे काले हीरे की चोरी का कारोबार माफियाओं व दलालों की सांठगांठ के बाद पुलिस के भय को नकारते हुए एक बार पुनः पैर पसारना शुरू कर दिया है।काले हीरे बेचने के नाम पर कोयला माफियाओं द्वारा कोयले के डस्ट का कारोबार किया जा रहा है।झारखंड की ओर से आने वाले कोयला लदे ट्रकों को एनएच-20 पर सड़क के किनारे में बने इन माफियाओं के डंपिंग यार्ड में रोक कर ट्रक चालक की मिलीभगत से काले हीरे के नाम से कोयले को उतार लिया जाता है।

कोयला उतारने के बाद झारखंड के कोल फिल्ड क्षेत्र से आने वाले कोयले के फेंके हुए डस्ट को बराबर की मात्रा में इसमें मिलाकर व पानी डाल कर बगल के आगे-पीछे स्थित धर्मकांटे पर उसका वजन कराकर उसे निर्धारित गंतव्यों की ओर भिजवा दे रहे हैं।मिलावटी कोयले की भनक कोयला मंगाने वाले व्यवसाइयों को भी नहीं होती है। उन्हें यह जानकारी नहीं होती कि लाया गया कोयला ऑरिजनल है या मिलावटी।उन्हें तब पता चलता जब इंट भट्ठेदार उसे इंट पकाने के काम में लगाने लगते हैं।देर से जलने वाले कोयले के कारण ईंट अच्छा से नहीं पक पाता है।जब तक उन्हें समझ में आता है,तब तक काफी देर हो चुका होता है।ट्रक वाले पैसे लेकर जा चुके होते हैं।मिली जानकारी के मुताबिक पटना रांची एनएच सड़क के किनारे रजौली से फतेहपुर तक दर्जनों लोगों द्वारा अवैध कोयले डिपो का संचालन धड़ल्ले से किया जा रहा है।अवैध कोयला डिपो पर पुलिस की कार्रवाई नहीं होने से बेखौफ होकर कोयला का अवैध कारोबार कर रहे हैं व सरकार के राजस्व को चुना लगा रहे हैं।

उड़ते कोयला डस्ट से बढ़ रही सड़क दुर्घटनाएं

एनएच-20 के किनारे प्रतिदिन हजारों बाइकसवारों का आवागमन होते रहता है।ऐसे में अवैध कोयले की डिपू में डस्ट के मिलावट के दौरान अत्यधिक मात्रा में डस्ट उड़ते रहता है,जिससे बाइकसवारों का चलना दूभर हो गया है।कोयले के डस्ट बाइकसवारों के नाक एवं आंख में घुस जा रहे हैं।जिससे बाइकसवारों की सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रही है।ग्रामीण गोपाल सिंह,सूरज कुमार,पिन्टू कुमार के अलावे दर्जनों लोगों ने बताया कि कोयले के छोटे-छोटे कण हवा में बिखर जाते हैं,इस वातावरण में अधिक दिनों तक सांस लेने से कई तरह की श्वास संबंधी बीमारियां होती हैं।कोयले की धूल के लंबे समय तक संपर्क में रहने वाले लोगों को फेफड़े के कैंसर और अन्य बीमारियां होने की संभावना होती है।इसके बावजूद पुलिस एवं प्रशासन चुप्पी साधकर बैठे हुए हैं।