विश्व हिंदी दिवस पर संत एस एन ग्लोबल स्कूल में किया गया विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन
चंद्रमोहन चौधरी ।
बिक्रमगंज शहर के डुमरांव रोड स्थित संत एस एन ग्लोबल स्कूल में विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर अनेक प्रतियोगिता और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।विगत सात दिनों से जारी हिंदी सप्ताह का पर्यवसान विश्व हिंदी दिवस समारोह के साथ सम्पन्न हुआ।विद्यालय के निदेशक प्रकाश आनन्द ने बताया कि 7 सितम्बर से प्रारम्भ हिंदी सप्ताह के अंतर्गत प्रत्येक दिन विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गई और उसमें अलग अलग दिन के प्रार्थना सभा में भाषण कला प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता, कथावाचन, काव्यपाठ, रेडियो प्रस्तुति, रिपोर्ताज़, कहानी लेखन, नारा लेखन, कवितालेखन, निबंध लेखन, पुस्तक लेखक प्रश्नोत्तरी, समस्यापूर्ति आदि प्रतियोगिता एवं विभिन्न रचनाकारों की जीवनी और उनके जीवनदर्शन पर संगोष्ठी, हिंदी उर्दू के बीच सम्बंध’ पर भी चर्चा का आयोजन हुआ। विभिन्न प्रतियोगिताओं के कुल 150 प्रतिभागी विजेता छात्र छात्राओं को विद्यालय प्रबंधन द्वारा पुरस्कार और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक प्रकाश आनन्द ने हिंदी भाषा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भले ही करियर और बाज़ार के दबाव में हमने अंग्रेजी को अपना लिया है, लेकिन आज भी हमारे प्राण अपनी माँ’ हिंदी’ में ही बसती है। आगे उन्होंने उर्दू और हिंदी को एक ही भाषा बताते हुए कहा कि नस्तालिक लिपि और फ़ारसी शब्दों की बहुलता के कारण उर्दू को हम हिंदी से अलग करके नहीं देख सकते हैं। विभाजित मानसिकता वाले लोगों ने उर्दू को हिंदी से अलग बताकर बची हुई हिंदी को कमजोर करने का काम किया है। उर्दू हिंदुस्तान की भाषा है और चंद शब्दों या नस्तालिक विदेशी लिपि को अपना लेने के कारण उर्दू को हम हिंदी से अलग नहीं कर सकते। हमारे कथा व उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद सहित अनेक रचनाकारों ने अपनी लेखन यात्रा उर्दू से ही प्रारम्भ की है, क्योंकि उर्दू और हिंदी उनके लिए एक ही भाषा थी। विद्यालय के उप प्राचार्य विकास राय ने बताया कि इस बार के हिंदी सप्ताह कार्यक्रम का शीर्षक ‘सामासिक हिंदी’ रखा गया था और सप्ताह भर हिंदी उर्दू और गंगा यमुनी सामासिक संस्कृति पर ही सभी कार्यक्रमों में जोर दिया गया। इस अवसर पर पूर्व प्राथमिक और प्राथमिक कक्षाओं के छात्रों ने नृत्य-गीत भी प्रस्तुत किये। ‘एक अकेली हिंदी’ गीत ने तो दर्शको, श्रोताओं का मन मोह लिया। धन्यवाद ज्ञापन शिक्षिका रोज़ थॉमस ने किया।मंच संचालन कक्षा अष्टम की छात्रा सुप्रिया और सुभांगी ने किया।