आरोप-जुमलेबाजी कर बने मुख्य पार्षद,कसम खाने के बाद भी नहीं हुआ सड़क और नाली का निर्माण
संतोष कुमार ।
नवसृजित नगर पंचायत क्षेत्र में विकास के नाम पर सिर्फ झाड़ू लग रहा है व कचरा का उठाव जारी है।वार्ड संख्या तीन के गोपालनगर मोहल्ले निवासी संजय कुमार उर्फ बंटी सिंह,आदित्य प्रकाश आर्य,आनन्द कुमार उर्फ नटरू,गद्दी दुकानदार संतोष कुमार,प्रभाकर कुमार,संतोष वर्णवाल,राजेश कुमार एवं राजेन्द्र पाण्डेय समेत दर्जनों लोगों ने नगर पंचायत के मुख्य पार्षद प्रतिनिधि प्रमोद कुमार चन्द्रवंशी पर जुमलेबाजी कर चुनाव जीतने का आरोप लगाया है।साथ ही चुनाव के पहले खाई कसमों को भूलकर अपनी रोटी सेंकने में लगे रहने का भी आरोप लगाया है।लोगों ने कहा कि बीते तीन वर्षों से गोपालनगर मोहल्ले में नाली एवं सड़क व्यवस्था नहीं है।गर्मी में मोहल्ले के नालियों का पानी निजी परती पड़ी भूमि में गिर रहा है।साथ ही जलजमाव की भयंकर समस्या उभरकर सामने आई है।गर्मियों के दिनों आलम है कि लोग घूंट-घूंट कर जीवन जीने को मजबूर हैं।वहीं जब बरसात आती है,तो दर्जनों लोगों के घरों में नालियों का पानी चला जाता है।जो कई तरह के जलजनित रोगों को न्यौता भी देते हैं।नगर पंचायत वासियों के कहना है कि यदि वे होल्डिंग टैक्स के अलावे अन्य टैक्स देते हैं,तो उसके अनुरूप उनको सुविधा भी मिलनी चाहिए।कुछ लोगों ने कहा कि रजौली में होल्डिंग टैक्स मनमाने रूप से वसूला जा रहा है,जो नवादा,हिसुआ और वारसलीगंज के अपेक्षाकृत काफी अधिक है।साथ ही जनप्रतिनिधियों पर भी आरोप लगया कि वे आमलोगों की न सुनकर पदाधिकारियों की सुन रहे हैं और उन्हीं की भाषा में बात भी कर रहे हैं।बताते चलें कि प्रोजेक्ट स्कूल के समीप भी जल-जमाव की भयंकर समस्या है।
क्या कहते हैं नगर पंचायतवासी –
1.वार्ड संख्या तीन के सिनेमा हॉल गली निवासी राजेश कुमार ने कहा कि बीते तीन वर्षों पूर्व जब टकुआटांड़ पंचायत को नगर पंचायत की घोषणा की गई थी।तो वे बहुत खुश थे।इसी बीच नवसृजित नगर पंचायत का चुनाव की घोषणा होती है।चुनाव में प्रचार-प्रसार एवं हाथ-पैर जोड़कर वोट मांगने आये मुख्य पार्षद प्रतिनिधि प्रमोद सिंह द्वारा मोहल्ले में नाली के बगल में लोगों के साथ बैठक कर चुनाव जीतने के बाद पहला काम मोहल्ले में नाली की व्यवस्था एवं सड़क निर्माण कार्य करने को लेकर कसमें खाई गई थी।जबकि चुनाव जीतने के बाद लोगों के सामने खाई कसमों को भूल जाते हैं।जबकि स्थानीय लोगों द्वारा उन्हें कई बार उनकी कसमों को याद दिलाया जाता है,पर नगर पंचायत वासी नरकीय जिंदगी जीने को मजबूर हैं।सड़क की हालत इतनी खराब है कि घर के नीचे स्थित गोदाम में गेहूं,धान एवं चावल लदा एक ठेला भी सही-सलामत आ-जा नहीं सकता है।उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के लिए प्रमोद सिंह के द्वारा सिर्फ जुमलेबाजी की गई थी।अब वे खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।लोगों ने निर्णय लिया कि आगामी चुनाव में इसका हिसाब करेंगे।जब वो पुनः हाथ जोड़कर दरवाजे पर आएंगे।
2.वार्ड संख्या तीन के गोपालनगर निवासी आदित्य प्रकाश आर्य कहते हैं कि सड़क एवं निजी जमीन में बह रहे नाली का पानी एवं जल-जमाव के कारण बच्चों से लेकर बूढों तक को काफी परेशानी होती है।सड़कें भी बदत्तर स्थिति में है।मोहल्लेवासियों के सहयोग से एक सीमेंट का पाइप लगाकर थोड़ी बहुत राहत पहुंचाने का प्रयास किया गया है।जिसकी निरंतर सफाई बगलगीर संजय कुमार उर्फ बंटी सिंह के सहयोग से खुद अपने हाथों को गंदा कर करना पड़ रहा है।उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत दर्जनों बार नगर पंचायत पदाधिकारी समेत मुख्य पार्षद प्रतिनिधि एवं वार्ड पार्षद से भी की गई है।किन्तु अबतक कोई सुनवाई नहीं है।उन्होंने कहा कि वे सोमवार को रजौली व्यवसायिक संघ में फोटो और वीडियो भेजकर जनप्रतिनिधियों को जगाने का प्रयास किया।किन्तु उनके कानों में जू तक नहीं रेंगा।
3.दुकानदार आनन्द कुमार उर्फ नटरू ने कहा कि मोहल्ले के पानी निजी खाली पड़े भूमि में जमा होने से जमीन मालिक द्वारा भी अक्सर गुस्सा किया जाता है।साथ ही कहा जाता है कि अपलोगों के घर का पानी ही हमारे जमीन में गिर रहा है।आपलोग नहीं सुधरे तो खाली पड़े जमीन में मिट्टी भरवाकर उसे ऊंचा कर दिया जाएगा।तो ऐसी स्थिति में इस गर्मी में भी मोहल्ले के नालियों का पानी आपलोगों के घरों में चला जायेगा।साथ ही कहा कि कई बार तो आनेजाने वाले लोगों से भी लड़ाई-झगड़ा करने की नौबत आ जाती है।जबतक मोहल्ले में नालियों एवं सड़क की व्यवस्था नहीं की जाएगी, तबतक यह समस्या हमेशा परेशानी का कारक बना रहेगा।
क्या कहते हैं मुख्य पार्षद प्रतिनिधि –
इस बाबत पर नगर पंचायत के मुख्य पार्षद प्रतिनिधि प्रमोद कुमार चन्द्रवंशी से सोमवार की संध्या 5:35 बजे बात करने का प्रयास किया गया।किन्तु उनके द्वारा कॉल काट कर व्यस्त कर दिया गया।
क्या कहते हैं नगर पंचायत पदाधिकारी-
नगर पंचायत पदाधिकारी राजेश ने कहा कि गोपालनगर में नाली निर्माण के लिए जेई को इस्टीमेट बनाने को लेकर निर्देश दिया गया है।वहीं लोकसभा चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता में नए कार्यों को करना संभव नहीं बताया है।चुनाव समाप्त होने के बाद ही इस विषय में अग्रतर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।