कृषि वैज्ञानिकों ने छात्रों को दी आधुनिक खेती की जानकारी

चंद्रमोहन चौधरी.

पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय, सासाराम के 130 बच्चे कृषि विज्ञान केंद्र, बिक्रमगंज में फील्ड विजिट कार्यक्रम के तहत भ्रमण करने आए। सभी छात्र एवं छात्राएं वर्ग 9, 10 एवं 11 कक्षाओं के थे। सभी छात्रों को वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ शोभा रानी ने कृषि विज्ञान के क्षेत्र में कैरियर बनाने हेतु उचित मार्गदर्शन दिया। संबोधन के दौरान उन्होंने केंद्र की सभी गतिविधियों के बारे में बताते हुए कहा कि रोहतास जिला धान उत्पादकता में पूरे राज्य में अव्वल है। कृषि विज्ञान केंद्र में धान एवं गेहूं के सभी प्रभेदों पर काम किया जाता है। किसानों को धान, गेहूं, चना, मसूर एवं तीसी के उन्नत बीज केंद्र द्वारा मुहैया कराया जाता है। समेकित कृषि पालन इकाई के तहत गौपालन, बकरी पालन, मत्स्य पालन, वर्मी कंपोस्ट उत्पादन इत्यादि देख कर सीख सकते हैं। भविष्य में अगर उद्यमी बनना चाहे तो मशरूम उत्पादन, मत्स्य उत्पादन, बकरी पालन, मुर्गी पालन, विदेशी सब्जी उत्पादन, अनाज प्रसंस्करण इत्यादि के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। सभी छात्र-छात्राओं को केंद्र का भ्रमण कराया गया एवं कृषि संबंधी विभिन्न इकाइयों को के बारे में बताया गया।

वैज्ञानिक आर जलज ने मत्स्य पालन के उन्नत तकनीक की जानकारी दी। डॉ रमाकांत सिंह ने मृदा प्रयोगशाला की विस्तृत जानकारी प्रयोगशाला मशीनों को दिखाकर दिया। डॉ रतन कुमार ने फल, फूल, सब्जी एवं उद्यान के विभिन्न तकनीकों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। वीर कुंवर सिंह कॉलेज की रावे प्रोग्राम अंतर्गत सात छात्राएं भी मौजूद रही। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को कृषि में स्नातक होने के लिए जरूरी तैयारी के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। उनके अनुसार दसवीं के बाद इंटर कृषि की पढ़ाई की जा सकती है अथवा विज्ञान विषय लेकर उचित परीक्षा के माध्यम से कृषि में स्नातक किया जा सकता है। केंद्रीय विद्यालय के शिक्षकों में प्रियंका पाराशर, वेद प्रकाश द्विवेदी, पुष्पेंद्र शर्मा, पूर्णमासी सिंह यादव, शशिकांत तिवारी, किरण लता और प्रेम शंकर मौर्य मौजूद थे। इस कार्यक्रम के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र के अन्य कर्मी एचपी शर्मा, सुबेश कुमार, अभिषेक कौशल एवं राकेश कुमार उपस्थित थे।