बीपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त कर एसडीएम बनने पर हृषीकेश तिवारी को किया गया सम्मानित

चंद्रमोहन चौधरी,

बिक्रमगंज अनुमंडल क्षेत्र सहित सम्पूर्ण भारत की प्रतिभाओं को खोजने और उनको सम्मानित करने में द डीपीएस संचालक अखिलेश कुमार का कोई सानी नहीं है। इसी कड़ी में विद्यालय की प्रातःकालीन सभा में बीपीएससी में सफलता हासिल कर एसडीएम के पद को सुशोभित करनेवाले हृषिकेश तिवारी को विद्यालय में सम्मानित किया गया। उन्हें वस्त्र तथा स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। विदित हो कि हृषिकेश तिवारी ने बीपीएससी की परीक्षा में 71 वां रैंक प्राप्त किया। भविष्य में वह एस डीएम के पद पर आसीन होने की अर्हता को प्राप्त कर लिए हैं। दिनारा प्रखंड के भुआवल ग्राम निवासी डॉ ओमप्रकाश तिवारी एवं सुमन देवी के पुत्र हृषिकेश तिवारी पढ़ाई में तो मेधावी हैं ही साथ ही शिष्ट आचरण भी साफ-साफ दिखाई पड़ रहा था। अपने संबोधन में उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए माता-पिता एवं गुरुओं का सम्मान करने का संदेश दिया। लक्ष्य का निर्धारण और पढ़ाई में निरंतरता बनाए रखने की बात कही। द डीपीएस द्वारा आयोजित सम्मान समारोह से अभिभूत हृषिकेश ने अखिलेश कुमार का हृदय से धन्यवाद करते हुए भविष्य में विद्यालय परिसर में आते रहने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर उनके पिता डॉ ओमप्रकाश तिवारी, माँ सुमन देवी, चाचा अनंत तिवारी, बड़े भाई राजू तिवारी समेत परिवार के कुछ अन्य सदस्यों को भी सम्मानित किया गया। विद्यालय के सह निदेशक अखिलेश कुमार ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए आज के दिन को स्वर्णिम बताया। उन्होंने कहा कि प्रतिभाओं को बुलाकर उन्हें सम्मानित करने का हमारा एकमात्र उद्देश्य आप सभी विद्यार्थियों के अंदर जीवन में कुछ बड़ा करने का जज्बा जगाना है।आप सभी प्रेरित हों कि हमें भी अनुशासन में रहकर पढ़ाई करते हुए अपने अभिभावक का सपना साकार करना है। आपके भी सपनों को पंख लगें। साथ ही आपके अंदर भी इस व्यावहारिकता का उदय हो कि जब आप भी बड़े हों तो जो योग्य हैं उनको सम्मानित करें। विदित हो कि अखिलेश कुमार को अपनी जीवन यात्रा में अगर कोई भी अद्भुत व्यक्तित्व का धनी अगर मिलता है तो उसको समारोह पूर्वक सम्मानित करते हैं।पिछले दिनों वैष्णो देवी की यात्रा के क्रम में उन्हें एक नेत्रहीन व्यक्ति मिले जो पिछले 36 वर्षों से लगातार वैष्णो देवी की चढ़ाई कर उनके दर्शन कर रहे हैं। उनको भी विद्यालय परिसर में बुलाकर उनको सम्मानित किया था।आज के कार्यक्रम से विद्यार्थियों का मनोबल ऊंचा हुआ। उन्होंने एक शिक्षित और सुयोग्य नागरिक बनकर समाज को भी शिक्षित और सभ्य बनाने का संकल्प लिया। मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिका एवं छात्र-छात्रा उपस्थित थे।