जल्दी पता लगने से बच जाती है जान: डॉ माधवी

चंद्रमोहन चौधरी ।

स्तन कैंसर जागरूकता मेला का आयोजन.

बिक्रमगंज प्रखंड क्षेत्र के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर घुसियाकला में स्तन कैंसर जागरूकता मेले का आयोजन किया गया। केंद्र प्रभारी डॉ. माधवी कुमारी ने इस अवसर पर बताया कि अक्टूबर महीना को विश्वभर में स्तन कैंसर जागरूकता महीने के रूप में मनाया जा रहा है। इससे इस बीमारी के बारे में शुरुआती पहचान और उपचार के साथ-साथ उपशामक देखभाल में मदद होती है। जागरूकता की कमी और उचित समय पर उपचार के आभाव के कारण, यह भारतीय महिलाओं के लिए घातक साबित हो रहा है। यदि महिलाएं अपने स्तनों में किसी प्रकार बदलाव देखती है, गांठ, त्वचा का रंग बदलना, छिद्र जैसा होना, निप्पल अन्दर के तरफ़ मुड़ जाते हैं या आपके निप्पल से किसी प्रकर का रिसाव निकलता है। तो फिर विशेषज्ञ से शीघ्र परमर्श करे। यह जरूरी नहीं है कि यह स्तन कैंसर ही हो।

स्तन के कई सौम्य रोग भी होते हैं। जब किसी को स्तन कैंसर का पता चलता है, तो वे अपने को हताश, शक्तिहीन, अलग-थलग महसूस करने लगते है। लेकिन स्तन कैंसर लाइलाज बीमारी नहीं है। अगर इसका जल्द पता चल जाए। आज चिकित्सा विज्ञान में नवीनतम प्रगतियों के कारण स्तन कैंसर के इलाज संभव है। इस अवसर पर हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर की एएनम दीपमाला, कल्याणी, संजू कुमारी और आशा के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थी।