बिहार में जातिगत आंकड़े के सर्वे से समाज के हर तबके को मिलेगा उचित सम्मानः कुमार गौरव

धीरज ।
गयाः बिहार सरकार द्वारा जातिगत गणना होने के बाद बिहार में सभी जातियों के हक के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नई दिशा देने का काम किया है। बिहार में सभी जातियों का बराबर का हक है, इसलिए मुख्यमंत्री ने जातिगत गणना कराकर सबके सम्मान में ऐसा सर्वे कराया है। बिहार में जातिगत सर्वे का आंकड़ा जारी कर दी गई है।

बिहार के मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार जाति आधारित गणना 2022 की पुस्तिका का किया विमोचन। बिहार सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार बिहार में 81.99% हिन्दू, 17.70% मुसलमान, .057% ईसाई, .085% बौद्ध धर्म, .0096 जैन धर्म, .0016% कोई धर्म नहीं है। इस तरह से देखी जाए तो बिहार में एक नए परिवर्तन का बिहार में मुख्यमंत्री ने आगाज कर दिया है। बिहार हमेशा से इतिहास लिखने का काम करता है। इसलिए इस गणना पर गौर करने वाली बात है जो सभी जाति और धर्म के हिसाब से इसकी गणना कर सार्वजनिक कर दी गई है ताकि सभी लोग अपने हक और हकूक की लड़ाई लड़ सकें।