बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व अपर मुख्य सचिव केके पाठक का फूका पुतला
विश्वनाथ आनंद ।
औरंगाबाद (बिहार )- सरकार द्वारा शिक्षकों की काटी गई छुट्टी को फिर से बहाल करने के बावजूद आज औरंगाबाद जिला के शिक्षकों ने संघ द्वारा पूर्व घोषित अपने कार्यक्रम के अनुसार आज पांचवे दिन भी औरंगाबाद जिले में अपने संघ की राज्य कमिटी के आह्वान पर अपना आंदोलन जारी रखा तथा जिला के विभिन्न प्रखंडों में शिक्षकों ने सरकार द्वारा निरीक्षण के नाम पर शिक्षकों को अपमानित-प्रताड़ित करने तथा ‘सरकार द्वारा शिक्षकों को सरकारी कर्मी का दर्जा देने के लिए परीक्षा पास करने की शर्त जोड़े जाने के विरुद्ध’ अपने-अपने विद्यालयों में काला-बिल्ला लगाकर दिनभर शिक्षण-कार्य करते हुए शिक्षक दिवस भी मनाया तथा मध्यांतर में विद्यालयों के गेट पर खड़े होकर विरोध-प्रदर्शन किया . अनेक विद्यालयों में शिक्षकों ने गेट पर प्रदर्शन करते हुए अपने विरोध-प्रदर्शन का वीडियो और फोटो भी सोशल-मीडिया पर पोस्ट किया तथा सरकार के इन नए आदेशों के खिलाफ रोष प्रदर्शित किया . आंदोलनकारी शिक्षकों का कहना है कि सरकार द्वारा छुट्टियों की वापसी हमारे आंदोलन की आंशिक जीत है . परन्तु जब तक सरकार शिक्षकों को अपमानित-प्रताड़ित करने वाले निरीक्षण के अनुचित आदेश वापस नहीं लेती तथा सभी शिक्षकों को बिना परीक्षा दिए राज्यकर्मी का दर्जा नहीं दे देती तब तक हमारी जीत अधूरी है . इसीलिए संघ के पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार आज भी आंदोलन हुआ तथा आगे भी मांगें हासिल होने तक शिक्षकों का यह आंदोलन किसी न किसी रूप में जारी रहेगा . आज यहां शाम में दाऊदनगर के शिक्षकों ने संघ के पुर्वघोषित कार्यक्रम के मुताबिक ब्लॉक-मोड़ पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा अपर मुख्य सचिव के के पाठक का पुतला जलाया ! पुतला-दहन के पश्चात यहां शिक्षकों की एक संक्षिप्त नुक्कड़ सभा भी हुई. जिसमें शिक्षकों ने आगे भी अपनी राज्य कमिटी के दिशा-निर्देश के आलोक में अपना आंदोलन जारी रखने का संकल्प लिया . इस सभा को संघ के महासचिव- सत्येन्द्र कुमार,जिला सचिव- अवधेश कुमार,जिला अध्यक्ष- संजय कुमार सिंह, मुख्य संरक्षक सुरेन्द्र सिंह तथा सम्मानित अध्यक्ष कृष्णा प्रसाद चंद्रवंशी,इत्यादि शिक्षक नेताओं ने संबोधित किया . इसके पूर्व आज पुनः दाउदनगर के ही रा कादरी मध्य विद्यालय,रा मध्य विद्यालय नगरपालिका संख्या:-01,रा बालिका मध्य विद्यालय,दाऊदनगर, रा मध्य विद्यालय पटना के फाटक, रा मध्य विद्यालय,रामनगर, रा ठाकुर मध्य विद्यालय,दाऊदनगर इत्यादि अनेक विद्यालयों में शिक्षकों ने काला-बिल्ला लगाकर शिक्षण कार्य किया तथा मध्यांतर के समय उक्त सभी विद्यालयों में शिक्षकगण एकजुट होकर अपने-अपने विद्यालयों के गेट पर प्रदर्शन करते हुए सरकार की ‘शिक्षक-शिक्षा विरोधी नीतियों’ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की .आज के इस आंदोलन में ग्रामीण क्षेत्रों के शिक्षकों ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया ! इन प्रदर्शनों के दौरान आज भी सभी शिक्षक -“निरीक्षण के नाम पर शिक्षकों को अपमानित-प्रताड़ित करना बंद करो/शिक्षकों से बोरा बेचवाने का आदेश वापस लो/शिक्षकों को सरकारी कर्मी बनाने के लिए परीक्षा पास करने की अनिवार्यता समाप्त करो /शिक्षकों को सरकारी कर्मी का दर्जा देना होगा/एनपीएस खत्म करो/पुरानी पेंशन लागू करो/शिक्षक एकता जिंदाबाद/इत्यादि” नारे लगा रहे थे . दाऊदनगर में आज के कार्यक्रम का नेतृत्व संघ के राज्य महासचिव- सत्येन्द्र कुमार,जिला सचिव- अवधेश कुमार ,जिला कोषाध्यक्ष- प्रह्लाद प्रसाद, प्रखंड संयोजक- आफताब आलम,प्रखंड सचिव- शाहिद अंसारी, कार्यकारिणी सदस्य- सुरेन्द्र सिंह इत्यादि संघ के अनेक पदाधारक कर रहे थे ; जबकि ओबरा प्रखंड में संघ के जिला अध्यक्ष- संजय कुमार सिंह ने उपर्युक्त कार्यक्रमों का नेतृत्व किया. गोह में शिक्षकों के उक्त कार्यक्रमो का नेतृत्व जिला कार्यकारिणी सदस्य एवं गोह के प्रखंड अध्यक्ष- शैलेन्द्र कुमार सिंह तथा हसपुरा प्रखंड में प्रखंड संयोजक राजीव कुमार रंजन एवं जिला उपाध्यक्ष कमलेश प्रसाद जैसे शिक्षक नेताओं ने किया . इसी तरह से जिले के अन्य प्रखंडों में भी उक्त कार्यक्रमों का नेतृत्व संबंधित प्रखंडों के अध्यक्षों,सचिवों एवं अन्य पदाधारकों ने किया .आंदोलनों का यह पहला चरण आज समाप्त हुआ .अब अगले 07 सितंबर को होने वाली राज्य-कमिटी की बैठक के बाद आंदोलन की अगली रूप- रेखा की घोषणा की जाएगी .यह सनद रहे कि किसी न किसी रूप में शिक्षकों का यह आंदोलन तब तक चलता रहेगा जब तक राज्य सरकार शिक्षा-शिक्षक विरोधी अपनी गलत नीतियों को बदलते हुए निरीक्षण में अनुचित आदेशों से संबंधित पत्रों को वापस नहीं ले लेती है तथा सभी शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा नहीं दे देती है .