बाइक दुर्घटना में दो युवकों की मौत,परिजनों में पसरा मातम
संतोष कुमार ।
थाना क्षेत्र के प्राणचक मोड़ के समीप बीती रात्रि को बाइक से जा रहे दो युवक सड़क दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल हो गए।घायलों को स्थानीय लोगों, एएसआई सुमन कुमार व पुलिस बलों की सहायता से इलाज हेतु अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।अस्पताल में ड्यूटी में रहे चिकित्सक राघवेन्द्र भारती ने बताया कि घायलों की पहचान महादेव मोड़ निवासी सूरज पण्डित के 20 वर्षीय पुत्र मनीष कुमार व डाक बंगला चौराहा निवासी नरेश लाल के 21 वर्षीय पुत्र नीशु कुमार के रूप में हुई है।चिकित्सक ने बताया कि दोनों लोग गम्भीर रूप से घायल थे।जिनका प्राथमिक इलाज कर बेहतर इलाज हेतु पावापुरी अस्पताल रेफर किया गया।पावापुरी अस्पताल में इलाज के क्रम में मंगलवार की रात्रि लगभग 12 बजे रात्रि को घायल मनीष कुमार की मृत्यु हो गई।वहीं घायल नीशु कुमार को पावापुरी अस्पताल से रेफर कर एम्स अस्पताल पटना रेफर किया गया।जिसका इलाज के क्रम में बुधवार के दिन में लगभग 11 बजे मृत्यु हो गई।मृतक मनीष कुमार के फुफेरे भाई सुमित कुमार ने बताया कि मृतक मनीष कुमार अकबरपुर थाना क्षेत्र के पिथौरी गांव का रहने वाला था व बीते लगभग 15 वर्ष से रजौली में रह रहकर पढ़ाई कर रहा था।साथ ही बिजली मिस्त्री का काम भी सिख रहा था।इसी बीच प्रणाचक गांव से काम करके रात्रि में ग्लैमर बाइक संख्या बीआर27एच6362 से लौटने के क्रम में ट्रक से टक्कर में हुई सड़क दुर्घटना हो गई।वहीं मृतक नीशु कुमार के पिता नरेश लाल ने बताया कि मेरा एकमात्र पुत्र था व चार पुत्रियां हैं।जिसमें एकमात्र की पुत्री की शादी हुई है।साथ ही उन्होंने कहा कि बेटे की मृत्यु की खबर अभी तक घर के परिजनों को नहीं बताया गया है कि बेटे नीशु की मृत्यु हो गई है।मृतकों के परिजनों के घर के आसपास एकदम सन्नाटा पसरा हुआ था।
जनांदोलन के बाद कार्रवाई नहीं होने से दुर्घटना से स्थानीय लोगों में रोष
बाइक के सड़क दुर्घटना में घायलों के इलाज के क्रम में मौत पर स्थानीय लोगों व नगर पंचायत के मुख्य पार्षद प्रतिनिधि प्रमोद कुमार चन्द्रवंशी ने गम्भीर संवेदना व्यक्त की है।बीते 15 मार्च को प्राणचक मोड़ पर ज़ेबरा क्रॉसिंग चौराहा,ट्रैफिक पुलिस या अंडरपास बनाने को लेकर स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ-साथ नगर वासियों के द्वारा जनांदोलन किया गया था।अनुमण्डल पदाधिकारी आदित्य कुमार पीयूष द्वारा जनांदोलन में शामिल लोगों को जल्द ही समस्या का निराकरण करने को लेकर आश्वस्त किया गया था।किंतु तीन माह बीत जाने के बाद भी फोरलेन सड़क निर्माण कम्पनी व अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा किसी प्रकार का ठोस कदम नहीं उठाया गया था।स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि ज़ेबरा क्रॉसिंग अथवा अंडरपास नहीं बनने पर सड़क दुर्घटना की आशंका पहले से थी।अब इस सड़क दुर्घटना ने लोगों के दिलों में दहशत बना दिया है।