विष्णुपद प्रबंध कार्यसमिति का बड़ा कदम: विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर में खुलेगा एक और द्वार

मनोज कुमार ।

पितृपक्ष मेले समेत विशेष मासों में जुटने वाले तीर्थयात्रियों की भीड़ के मद्देनजर लिया निर्णय।

गया. बिहार के गया में स्थित विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर में एक और द्वार खुलेगा. पितृपक्ष मेले और विशेष मासों में जुटने वाले पिंंडदानियों और तीर्थयात्रियों की भीड़ के विष्णु दत्त के मुख्य प्रवेश द्वार से प्रवेश और निकासी में आने वाली मुश्किलों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है. विष्णुपद प्रबंध कारिणी समिति के द्वारा इसी महीने से नए द्वार का निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा. पितृपक्ष मेले के पहले भव्य द्वार का निर्माण कार्य पूरा करा लिया जाएगा.

11 फीट ऊंचा और 10 फीट चौड़ा होगा नया निकासी द्वार बनेगा भव्य

विष्णुपद मंदिर के समीप पश्चिम दिशा में मुख्य द्वार है मुख्य द्वार से ही प्रिंट ढाणियों और श्री विष्णु चरण के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकासी का यही मुख्य माध्यम है पश्चिम में रहे मुख्य द्वार से प्रवेश और निकासी में टैब काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है जब विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला शुरू होता है वही विशेष मास हो कार्तिक पूर्णिमा एकादशी में भारी भीड़ श्रद्धालुओं की झुकती है तीर्थ यात्रियों की तादाद गया जी को काफी संख्या में पहुंचने के कारण प्रवेश और निकासी के दौरान काफी मुश्किलें आती है वहीं आम दिनों में भी अब काफी भीड़ विष्णुपद मौज धाम विष्णुपद को पहुंच रही है ऐसे में प्रवेश और आगमन के बीच होने वाली समस्या बनी हुई है इससे से व्याप्त समस्याओं को लेकर अब एक नया द्वार निकासी द्वारा बनाने का निर्णय लिया गया है नया द्वार विष्णुपद मंदिर के दक्षिण में होगा यह द्वार भव्य बनाया जाएगा 11 फीट चौड़ा ऊंचा और 10 फीट चौड़ा भव्य दवा निकासी द्वार बनेगा

उत्तर पूर्व मैप बना है निकासी द्वार संकीर्ण होने के कारण तीर्थयात्री उपयोग नहीं करते

फिलहाल में उत्तर पूर्व में एक निकासी द्वार पूर्व पहले से ही बना हुआ है किंतु संकीर्ण होने और अन्य समस्याओं के कारण इसका उपयोग तीर्थयात्री नहीं करते यही वजह है कि मंदिर के समीप रहे पश्चिमी द्वार से ही श्रद्धालु जहां प्रवेश करते हैं वहीं इसी दीवार से निकासी भी होती है यही वजह है कि पश्चिमी द्वारा के बीच में बैरिकेडिंग कर एक ओर से फिलहाल में प्रवेश तो दूसरी ओर से निकासी कराई जा रही है एक ही गीत को दो भागों में बांटे जाने के कारण श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकासी की मुश्किलें काफी बड़ी है इसी को लेकर विष्णुपद प्रबंध कारिणी समिति ने बड़ा निर्णय लिया है इस निर्णय के तहत अब विष्णुपद मंदिर के दखिन में एक भव्य निकासी दबाव बनाया जाएगा यह भव्य द्वार इसी महीने से बनना शुरू हो जाएगा वही पितृपक्ष मेले के पहले ही इसे पूरे भव्य तरीके से तैयार कर लिया जाएगा

5 सालों से की तैयारी इस साल दिया गया है अंतिम रूप सचिव इस संबंध में विष्णुपद प्रबंध कारिणी समिति के सचिव गजाधर लाल पाठक बताते हैं कि समिति के द्वारा 5 सालों से इस समस्या के बारे में सोचा जा रहा था किंतु अब इस वर्ष किसे इस समस्या को लेकर विष्णुपद प्रबंध कहानी समिति ने निर्णय लिया है लिए गए निर्णय में अब विष्णुपद मंदिर के दक्षिण में एक निकास द्वार बनाया जा रहा है जो कि भव्य होगा अब पश्चिम दिशा मंदिर के पश्चिम में रहे गेट से तीर्थ यात्रियों का सिर्फ प्रवेश होगा वहीं दक्षिण दिशा में बनने वाले गेट से सिर्फ निकासी ही होगी हालांकि विष्णुपद प्रबंध कारिणी समिति के सचिव बताते हैं कि यदि आम दिनों में जरूरत नहीं पड़ी तो विशेष मासूम और पितृपक्ष मेले में ही इस द्वार का उपयोग किया जाएगा

दक्षिण में निकासी द्वार बनने से तीर्थ यात्रियों की आने जाने की समस्या का निदान हो जाएगा शंभूलाल विठ्ठल अध्यक्ष

वही इस संबंध में विष्णुपद प्रबंध कारिणी समिति के अध्यक्ष शंभूलाल विट्ठल ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर में एक और द्वार खोला जा रहा है जो कि सिर्फ निकासी का होगा शंभूलाल विट्ठल ने बताया कि वर्तमान में अभी पश्चिम मंदिर के पश्चिम में रहे गेट से ही प्रवेश और निकासी हो रही है श्रद्धालुओं की भीड़ काफी होने के कारण इससे तीर्थ यात्रियों को आने जाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है वर्तमान में निकासी का गेट उत्तर पूर्व की ओर है किंतु संकेत और अन्य सुविधाओं के कारण तीर्थयात्री उधर से निकासी नहीं करते हैं इसी के निदान को लेकर दक्षिण दिशा में मंदिर के दक्षिण दिशा में एक नया भव्य द्वार खोला जा रहा है