भ्रष्टाचार मामले में कार्यपालक पदाधिकारी सहित 7 लोगों पर आरोपपत्र गठित

दिवाकर तिवारी ।

रोहतास। नगर परिषद सासाराम में लैपटॉप, हॉई मास्ट लाईट, एलईडी बल्ब, डेकोरेटिव पोल, रेडिमेड शौचालय एवं यूरिनल आदि की खरीददारी में बरती गई अनियमितता के आरोप में अनुसंधानोपरान्त निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी, मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद सहित कुल 7 लोगों पर आरोप पत्र गठित कर दिया है। विदित हो कि वर्ष 2014 में नगर परिषद सासाराम में पदस्थापित कार्यपालक पदाधिकारी राजीव रंजन प्रकाश द्वारा बिहार नगर पालिका अधिनियम की अवहेलना करते हुए बाजार भाव से अधिक कीमत पर नगर परिषद सासाराम के लिए लैपटॉप, होई मास्ट लाईट, एलईड बल्ब, डेकोरेटिव पोल, रेडिमेड शौचालय एवं यूरिनल आदि की खरीददारी सशक्त स्थाई समिति के सदस्यगण की मिली भगत से की गई थी। जिसमें षडयंत्र व पद का दुरुपयोग करते हुए तीन करोड़ चौदह लाख पाँच हजार चार सौ उन्नीस रुपये के राजस्व का नुकसान करते हुए वित्तीय अनियमितता बरती गई तथा भ्रष्टाचार के आरोप में जॉंचोपरान्त निगरानी विभाग ने कांड दर्ज कर नगर परिषद सासाराम के तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी राजीव रंजन प्रकाश, तत्कालीन विद्युत कार्यपालक अभियंता अविनाश कुमार, तत्कालीन मुख्य पार्षद नाजिया बेगम, तत्कालीन उप मुख्य पार्षद चंद्रशेखर सिंह, वार्ड पार्षद विनोद प्रसाद, वार्ड पार्षद मीरा कौर एवं वार्ड पार्षद शशि पांडे को प्राथमिक अभियुक्त बनाया। 9 वर्षों तक चले इस विभागीय जांच के पश्चात निगरानी विभाग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इनके विरुद्ध राजस्व क्षति के आरोप को सही बताया है तथा तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी सहित सभी 7 लोगों के विरुद्ध आरोप पत्र गठित कर निगरानी विभाग के विशेष न्यायालय में समर्पित कर दिया है।