अतिक्रमण के खिलाफ नगर प्रशासन का चला बुलडोजर, कई दुकानदारों पर जुर्माना

दिवाकर तिवारी ।

सासाराम। शहर की सड़कों पर अतिक्रमण कर दुकान चलाने वालों के खिलाफ नगर निगम सासाराम का बुलडोजर बुधवार को एक बार फिर चला। शहर के धर्मशाला रोड में दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण के तहत बनाए गए छज्जे, चबूतरे, सीढ़ियों एवं अवैध कब्जे को जेसीबी द्वारा ध्वस्त किया गया तथा कई दुकानदारों के सामान भी जप्त कर लिए गए। अभियान के दौरान अधिकारियों और काफी संख्या में पुलिस फोर्स को देख पहले तो दुकानदारों में अफरा-तफरी मच गई तथा सभी दुकानदार अपने-अपने सामानों को दुकान के अंदर व्यवस्थित करने में मशगूल दिखे। सबसे पहले दुकानों से बाहर निकला सामान अंदर कराया गया, इसके बाद जेसीबी से अवैध निर्माण को तोड़ा गया। इस दौरान कुछ दुकानदारों से जुर्माना राशि भी वसूल की गई तथा अतिक्रमण नहीं हटाने वाले लोगों के सामान जप्त कर लिए गए।

तकरीबन 3 घंटे तक चले अतिक्रमण अभियान के दौरान बाजारों एवं सड़कों पर काफी गहमागहमी देखने को मिली तथा राहगीरों की भीड़ भी मौके पर मौजूद रही। हालांकि गनीमत रही कि इस दौरान प्रशासन को लोगों के विरोध का सामना नहीं करना पड़ा तथा सड़कों को शांतिपूर्ण ढंग से हीं खाली करा लिया गया। बता दें कि अतिक्रमण को लेकर नगर निगम द्वारा बीते कई दिनों से लगातार प्रचार प्रसार किया जा रहा था तथा अतिक्रमण नहीं हटाने वाले लोगों से जुर्माना वसूल करने की बात भी कही जा रही थी। लेकिन बावजूद इसके लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। जिसके पश्चात प्रशासन ने आज एक बार फिर सख्ती दिखाई और शहर की पुरानी जीटी रोड पर धर्मशाला मोड़ के समीप सड़कों का नजारा बदला बदला सा दिखाई दिया। उल्लेखनीय है कि सासाराम की सड़कों के लिए अतिक्रमण एक नासूर सी बन गई है। सड़क जाम, अवैध पार्किंग एवं ट्रैफिक नियमों की अनदेखी ने पूरे शहर को बेहाल कर रखा है और चंद मिनटों की दूरी लोग घंटों में तय करते हुए पुलिस प्रशासन को कोसते हैं। दरअसल सड़क जाम से निजात एवं नालों की साफ सफाई में भी अतिक्रमण एक प्रमुख बाधा है। जिसके निदान के लिए प्रशासन द्वारा समय-समय पर अतिक्रमण के खिलाफ अभियान तो चलाया जाता है लेकिन अगले ही दिन स्थिति जस की तस हो जाती है। जिससे अक्सर प्रशासन के इस ढुलमुल रवैए पर सवाल उठते हैं।