गया के विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेला के दौरान निर्बाध व सुरक्षित बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सारी तैयारियां पूरी

मनोज कुमर ।

• 12 विद्युत शक्ति उपकेंद्रों के रखरखाव का कार्य संपन्न
• नंगे एल.टी. तार को एल.टी. एबी कैबल से बदला गया
• बैजनाथ बैठक में एक अस्थायी कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है
• कंट्रोल रूम का नंबर है 9262595902

गया, 7 अगस्त 2024। साउथ बिहार पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी लिमिटेड ने गया में हर वर्ष लगने वाले पितृपक्ष मेला में निर्बाध व सुरक्षित बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं। मेला में देश-विदेश से आने वाले आगंतुकों की सुविधा के लिए 12 विद्युत शक्ति उपकेंद्रों के रखरखाव का कार्य पूरा कर लिया गया है। पितृपक्ष मेला अंतर्गत महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा के लिहाज से नंगे एल.टी. तार को एल.टी. एबी कैबल से बदल दिया गया है। 11 केवी नंगे तारों को कवर्ड कंडक्टर से बदलने का कार्य किया गया है। इसके साथ ही जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करते हुए बैजनाथ बैठक में एक अस्थायी कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। इस कंट्रोल रूम का नंबर 9262595902 है। मेला के दौरान बिजली से संबंधित किसी भी समस्या के लिए कंट्रोल रूम से संपर्क किया जा सकता है।

पितृपक्ष मेला अंतर्गत विद्युत आपूर्ति करने वाले 33 केवी के कुल 9 और 11 केवी के कुल 24 फीडरों के सुदृढ़ीकरण का कार्य भी पूरा कर लिया गया है। इतना ही नहीं, विष्णुपद मंदिर को आपातकाल में भी निरंतर बिजली उपलब्ध कराने के लिए दो विद्युत शक्ति उपकेंद्र टेकना फार्म और चंदौती को भी पूरी तरह से तैयार कर दिया गया है। विष्णुपद मंदिर को निर्बाध विद्युत आपूर्ति हेतु आपातकाल में 11 केवी फीडर टाउन 1 तथा टाउन 2 से उपलब्ध रहेंगे।

पितृपक्ष मेला में बिजली आपूर्ति को लेकर किसी तरह की समस्या न हो, इसके लिए कई स्थानों पर अतिरिक्त ट्रांसफार्मर भी अधिष्ठापित किए गए हैं। जिन स्थानों पर अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं, उनमें प्रमुख हैं: नारायण चुआँ, बंगाली आश्रम, सरस्वती वेदी, प्रेतशीला आदि। आगंतुकों की सुरक्षा के मद्देनजर 210 रेलपोलों एवं स्ट्रीट लाइट पोल पर डाईलेक्ट्रिक पेंट कराया गया है।

सुरक्षा के लिहाज से जिन इलाकों में नंगे एल.टी. तार को एल.टी. एबी कैबल में बदला गया है, उनमें प्रमुख हैं: दक्षिण दरवाजा (380 मीटर), घंटाघर (250 मीटर), करसिल्ली (300 मीटर), करसिल्ली से बंगाली आश्रम (400 मीटर), करसिल्ली पहाड़ (100 मीटर), अक्षयवट (600 मीटर), दंडीबाग (210 मीटर) और लखनपुरा (400 मीटर)। इसके साथ ही नारायण चुआँ, पीएनबी एटीएम के पास और उपरडीह में क्षतिग्रस्त विद्युत पोलों को भी बदलने का काम किया गया है।

मेले के दौरान सुरक्षित व गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति की तैयारियों का जायजा लेने ऊर्जा विभाग के सचिव सह बीएसपीएचसीएल के सीएमडी श्री पंकज कुमार पाल ने गया स्थित विष्णुपद मंदिर एवं बोधगया के दांडी बाग पीएसएस का दौरा किया। उन्होंने सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने की हिदायत दी एवं सुचारू व्यवस्थाओं के लिए पूरी टीम को अलर्ट रहने को कहा।

चूंकि पितृपक्ष मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होता है, उनकी सुरक्षा के लिए भीड़भाड़ वाले इलाकों में महत्वपूर्ण ट्रांसफार्मरों की फेंसिंग कर दी गई है। ये भीड़भाड़ वाले महत्वपूर्ण इलाके हैं: श्मशान घाट, बैजनाथ घाट, लखनपुरा घाट, विष्णुद्वार, शगुन गेस्ट हाउस, दक्षिणी दरवाजा, दुर्गा स्थान, अक्षयवट, बंगाली आश्रम, अन्नपूर्णा मार्केट, वैतरनी तालाब और कामदेव बाबा।

जिला प्रशासन के सहयोग से स्थापित कंट्रोल रूम 24 घंटे कार्यरत रहेगा। बिजली से संबंधित किसी भी तरह की असुविधा होने पर यहां संपर्क किया जा सकता है। ट्रांसफार्मर खराब होने या फिर जलने की स्थिति में उसे तुरंत बदल दिया जाएगा। इसके लिए पर्याप्त संख्या में ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराए गए हैं। मेले में चिन्हित स्थानों पर अस्थायी फ्यूज कॉल गैंग की अस्थायी प्रतिनियुक्ति की जाएगी। अंतरविभागीय समन्वय हेतु जिला/विद्युत प्रमंडल स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से महत्वपूर्ण सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाएगा।