भारत के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित अटल बिहारी वाजपेई की जीवन ही उनकी सबसे बड़ी पहचान है- डॉo विवेकानंद मिश्रा

विश्वनाथ आनंद ।
गया (बिहार)- भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय पंडित अटल बिहारी वाजपेई का जीवन ही उनकी सबसे बड़ी पहचान है. उक्त बातें आयुर्वेद चिकित्सक डॉक्टर विवेकानंद मिश्रा ने कहीं. उन्होंने आगे कहा कि 20वीं शताब्दी को अपने बहुमुखी प्रतिभा विलक्षण व्यक्तित्व अपरिमेय कर्तृत्व महान राष्ट्रवादी विचार से जन-जन को प्रभावित करने वाले युगद्रष्टा पंडित अटल बिहारी वाजपेई जी के जीवन हीं उनकी सबसे बड़ी पहचान है। वे अपने जीवन में कभी रुके नहीं झुके नहीं यही कारण है कि समस्त प्रतिकूलताओं के बीच भी अपने लक्ष्य दीप को प्रज्वलित करते हुए राष्ट्र प्रेम को सर्वोच्च स्थान देखकर जन संस्कृति के रूप में वैश्विक धरातल पर नई चेतना को स्फुर्त किया है। ऐसे राजनेता को हम सब अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए सामाजिक एकता को सुदृढ़ करने का संकल्प लेते हैं। यह कथन है विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा एवं कौटिल्य मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.विवेकानंद मिश्रा का।

तथा भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा एवं कौटिल्य मंच से जुड़े प्रमुख लोगों के संकल्प जिसमेंबिहार के सम्मानित साहित्यकार आचार्य राधा मोहन मिश्रा माधव संरक्षक आचार्य वल्लभ जी महाराज (वल्लभ धाम) वृंदावन ए.आई.जेड.स के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व विभागाध्यक्ष (मगध यू.) डॉ बी एन पांडे जाने माने शिक्षाविद प्रोफेसर उमेश चंद्र मिश्र शिव प्रसिद्ध व्यवसायी शिवचरण डालमिया प्रसिद्ध समाजसेवी महेश गुपुत गजाधर लाल कटारियार महेश गुपुत कृष्णा बाबू टइया अचार्य अनंत मराठे हरिनारायण त्रिपाठी गणेशदत्त मिश्र समाजसेवी रूबी देवी डॉ.राजीव नयन आचार्य रामानंद मिश्र विस्वजीत चक्रवर्ती डॉ. ज्ञानेश भारद्वाज सुधा देवी नुशरत तरनुम तारा तस्लीम अमित गोस्वामी मोहमद इरशाद आदि ।।