बिहार ओफ्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी कि ओर से अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन एम्सटर्डम में अयोजन किया गया

संजीब सिंह ।

पटना। बिहार ओफ्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी कि ओर से अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन एम्सटर्डम में अयोजन किया गया। जिसमें बिहार के नेत्र रोग डॉक्टर ने भाग लिया। कांफ्रेंस का थीम था आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन ओफ्थल्मोलॉजि। डॉ.सुनील कुमार सिंह ने इस प्रकार के साइंटिफिक कार्यक्रमों के आयोजन करने के लिए सराहना की। कहा कि कहा कि वर्तमान युग आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कृत्रिम तरीके से विकसित की गई बुद्धि को कहते हैं। आज इसका क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है। आने वाले समय में इसका विस्तृत इस्तेमाल चिकित्सा के क्षेत्र में होने वाला है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित ऐसे कंप्यूटर का आविष्कार किया जा रहा है, जो निकट भविष्य में चिकित्सा सुविधा के लिए उपलब्ध रहेंगे। यह कंप्यूटर पर आधारित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करता हैं।

इसमें हजारों लाखों मरीजों की बीमारियों के डाटा फीड होता है। उदाहरण के तौर पर डायबिटिक रेटिनोपैथी का मरीज जब कंप्यूटर पर बैठता है तो कंप्यूटर उस डाटा बैंक के आधार पर उसके डायबिटिक रेटिनोपैथी के ग्रेड का डायग्नोसिस कर लेता है और कंप्यूटर यह भी बता देता है की मरीज को किस प्रकार का और कितना ट्रीटमेंट चाहिए। डॉ. रवि रंजन, डॉ.राजीव कुमार सिंह, डॉ.वर्षा सिंह, डॉ.रूपम,डॉ.अजय कुमार, डॉ.अंशुमान सिंह, डॉ. टी.पी. वर्णवाल, पूनम सिंह, दीपक सिंह, सांवर भारती , शशि भारती, सोनी मेहता आदी ने भाग लिया।