लू से पीड़ित सब इंस्पेक्टर की मानवता का परिचय देते हुए मोहम्मद शाहनवाज उर्फ सल्लू खान ने बचाई जान. -सब इंस्पेक्टर लू लगने से जीवन और मौत से जूझ रहे थे मोहम्मद शहनवाज उर्फ सल्लू खान ने घंटो शरीर में रगड़ा बर्फ l

विश्वनाथ आनंद,
औरंगाबाद (बिहार)- औरंगाबाद के सामाजिक कार्यकर्ता इंसानियत जन सेवा के अध्यक्ष मोहम्मद शाहनवाज उर्फ सल्लू खान ने लू लगने से पीड़ित इंस्पेक्टर को बेहतर इलाज एवं सहयोग कर मौत की गाल से बाहर निकाल दिया . इस संबंध में मोहम्मद शाहनवाज उर्फ सल्लू खान ने मीडिया से खास बातचीत के दौरान कहा कि सदर अस्पताल से लू मरीज नरेश प्रसाद मंडल ने लू पर जीत हासिल कर लिया है.
तीन दिनों से सदर अस्पताल में के बाद उन्होंने जिंदगी की जंग को जीता.जिस तरीका से इनको लाया गया था लगभग तय हो गई थी जान नहीं बचेगी.सब इंस्पेक्टर नरेश प्रसाद मंडल की जान शहर की सामाजिक संस्था इंसानियत जनसेवा के जिलाध्यक्ष मो. शाहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान के सूझ बूझ एवं सेवा के कारण बच गई.सदर अस्पताल में अपने पिताजी को लेकर आइसीयू में रह रहे सब इंस्पेक्टर के पुत्र दीपक कुमार ने इससे संबंधित एक पत्र पुलिस अधीक्षक, जिलाधिकारी, सदर अनुमंडल पदाधिकारी, सदर एसडीपीओ, नगर थानाध्यक्ष के माध्यम से लिखा है कि मेरे पिताजी जो बांका में पदस्थापित है। औरंगाबाद चुनावी ड्यूटी में आने के बाद लू की चपेट में आ गए और उन्हें सदर अस्पताल लाया गया. जहां शाहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान नाम का युवक मुझे 45 मिनट तक बर्फ रगड़ता रहा और मेरी जान भी बच्ची नहीं तो बर्फ और समय पर मुझे यहां पर चिकित्सा के द्वारा नहीं ध्यान दिया जाता तो घटना में आज हम नहीं बच पाते.दीपक ने कहा कि मेरे घर के चिराग को जलने से समाजसेवी सल्लू खान के द्वारा बचाया गया है.सदर अस्पताल से लू मरीज नरेश प्रसाद मंडल ने लू पर जीत हासिल कर लिया है. तीन दिनों से सदर अस्पताल के बाद उन्होंने जिंदगी की जंग को जीता। जिस तरीका से इनको लाया गया था. सब इंस्पेक्टर ने सल्लू खान को बधाई देते हुए कहा कि आप नहीं होते तो मेरी जिंदगी नहीं बचती.उन्होंने सल्लू को धन्यवाद दिया है.