पदमुक्त महंथ द्वारा घृणित कार्य से परेशान हैं कमिटी के लोग एवं ग्रामीण,लगाया गया आरोप बेबुनियाद

संतोष कुमार ।

प्रखण्ड क्षेत्र के अमावां गांव में स्थित उदासीन संगत के पदमुक्त महंथ शक्तिमुनि दास द्वारा घृणित कार्य करने से देखभाल की कमिटी एवं आम ग्रामीणों को परेशान है।कमिटी के अध्यक्ष सुरेश सिंह,सदस्यगण नवल सिंह व राकेश सिंह समेत अन्य लोगों ने कहा कि अमावां संगत के महंथ शक्तिमुनि दास के बीवी-बच्चे समेत अन्य परिजनों को लाकर संगत में रखते हैं।साथ ही संगत के जमीन व जायदाद द्वारा अर्जित पैसों का हेरफेर करते थे।जिसको लेकर धार्मिक न्यास बोर्ड में शिकायत की गई थी,फलस्वरूप शक्तिमुनि दास को वर्ष 2021 में पदमुक्त कर दिया गया था।बावजूद वे अपना अधिकार अमावां संगत पर जमाये बैठे हैं और आये दिन उनके द्वारा कमिटी के लोगों एवं ग्रामीणों को भद्दी-भद्दी गालियां वगैरह दी जाती है।कमिटी के लोगों ने कहा कि बीते 16 मई को महंथ द्वारा संगत परिसर में स्थित एक दुकानदार से जबरन दुकान खाली करने को कहा गया।जिसका विरोध कमिटी एवं ग्रामीणों द्वारा किया गया।इसके बाद पदमुक्त महंथ शक्तिमुनि दास द्वारा भद्दी-भद्दी गालियां दी जाने लगी।इसी बीच महंथ का पैर फिसला और सिर सीढ़ी से जा टकराई।जिसके कारण पदमुक्त महंथ का सिर जख्मी हो गया।घायल महंथ को ग्रामीणों के सहयोग से इलाज हेतु अनुमंडलीय अस्पताल भेजा गया।जहां चिकित्सक ने घायल महंथ का इलाज किया।इसके बाद पदमुक्त महंथ द्वारा देखभाल कमिटी के अध्यक्ष समेत सक्रिय सदस्यों को नामजद बनाकर रजौली थाना में झूठा केस दर्ज कराया गया है।जिसको लेकर अध्यक्ष समेत अन्य सदस्यों ने कहा कि पदमुक्त महंथ द्वारा षड्यंत्र रचकर हमलोगों के विरुद्ध झूठा केस दर्ज किया गया है।

अंचलाधिकारी एवं एसडीओ ने महंथ को पाया था दोषी

कमिटी के लोगों ने बताया कि 8 फरबरी 2023 को बिहार राज्य धर्मिक न्यास बोर्ड परिषद के अध्यक्ष अखिलेश कुमार जैन द्वारा पारित आदेशानुसार महंथ शक्तिमुनि दास को पदमुक्त करने एवं उसके विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई करने की बात कही गई थी।जिसके बाद महंथ शक्तिमुनि दास को दिनांक 19 सितंबर 2023 को अंचलाधिकारी के जांच पत्रांक संख्या 1035 के आधार पर एसडीओ ने भी महंथ शक्तिमुनि दास को उदासीन सम्प्रदाय के नियम विरुद्ध कार्य करने की बात सत्य पाई।फलस्वरूप एसडीओ ने 7 अक्टूबर 2023 को पत्रांक संख्या 2516 द्वारा अंचलाधिकारी एवं थाना को निर्देश दिया कि पदमुक्त महंथ शक्तिमुनि दास के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए।इसी बीच महंथ द्वारा गुरुग्रंथ को गायब कर दिया गया था,जिसे पुलिस के दबिश के कारण बरामद किया गया।

कमिटी करवा रही संगत का सौंदर्यीकरण

धार्मिक न्यास बोर्ड एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा अमावां संगत के पदमुक्त महंथ शक्तिमुनि दास को अनाधिकृत बताए जाने के बाद कमिटी के लोगों द्वारा देखभाल शुरू कर दिया था।
कमिटी के सदस्य नवल सिंह ने बताया कि वर्ष 1936 के नियमावली के अनुसार हमारे घर के सदस्य आजीवन कमिटी के सदस्य हैं।जो कि महंथ को नागवार गुजर रही थी।वह तरह-तरह के आरोप-प्रत्यारोप कमिटी के लोगों को फंसाना चाह रहे थे।जिससे कमिटी के सदस्य स्वेच्छा से कमिटी को छोड़ भाग गए।प्रताड़ना के बावजूद कमिटी के लोगों के द्वारा संगत की संपत्ति से प्राप्त आय को जॉइंट बैंक अकाउंट में जमा किया जा रहा है।साथ ही संगत के सौंदर्यीकरण के साथ अन्य कार्य चेक के माध्यम से किया जा रहा है।ग्रामीणों ने कहा कि पदमुक्त होने बाद कथित महंथ जबरन अमावां संगत पर अवैध कब्जा बनाये हुए है।कमिटी एवं ग्रामीणों ने स्थानीय पदाधिकारियों से उचित जांच के बाद न्याय की गुहार लगाई है।