* उच्चतम न्यायालय के फैसले से भाजपा के महिला विरोधी सोच से उठा पर्दा – कॉंग्रेस *

मनोज कुमार,

बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, दामोदर गोस्वामी, शशि किशोर शिशु, शिव कुमार चौरसिया, श्रवण पासवान, उदय शंकर पालित, प्रद्युम्न दुबे, विनोद उपाध्याय, मोहम्मद समद, रूपेश चौधरी, राहुल चंद्र वंशी,सकल देव यादव, धर्म भवानी सिंह, आदि ने कहा कि सोमवार को बिल किस बानो मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले से साफ़ हो गया कि भाजपा की सोच महिला विरोधी है और चुनावी फायदे के लिए उसकी यह सोच लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए खतरनाक है।
नेताओं ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने गुजरात सरकार पर अपने शक्तियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए वर्ष 2002 में हुए दंगों के दौरान बिल किस बानो से सामुहिक दुष्कर्म और उसके परिवार के सात सदस्यों की हत्या के मामले में 11 दोषियों को सजा में छुट देने के राज्य सरकार के फैसले को रद्द कर दिया। अदालत ने दोषियों को दो सप्ताह के अंदर जेल भेजने का निर्देश दिया है।
नेताओं ने कहा कि चुनावी फायदे के लिए ‘ न्याय की हत्या ‘ की प्र वृ ती लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए खतरनाक है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने एक बार फिर देश को बता दिया कि अपराधियों का संरक्षक कौन है।
नेताओं ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के इस ऐतिहासिक फैसले से जनता का न्याय व्यवस्था के प्रति विश्वास और मजबूत हुआ है।