आवेदन देने के दो दिन बाद भी घटनास्थल पर नहीं पहुंची पुलिस,परिजनों में रोष

संतोष कुमार ।

थाना क्षेत्र के बहादुरपुर पंचायत के गैरिबा गांव में पालतू लगभग पचास कबूतरों को जहर देकर मार देने एवं खेत पटवन के पाइप को क्षतिग्रस्त कर देने के मामले में पीड़ित परिजन प्रमोद कुमार द्वारा मंगलवार की दोपहर को लिखित आवेदन देने के दो दिन बाद भी पुलिस पदाधिकारी द्वारा जांच नहीं किये जाने पर पीड़ित परिजनों में रोष व्याप्त है।पीड़ित परिजनों ने कहा कि मंगलवार को जब वे लिखित आवेदन लेकर गए तो उन्हें पुलिस पदाधिकारी द्वारा आश्वासन दिया गया कि पुलिस आज से कल तक आपके घर जाकर जांच करेगी।साथ ही आवेदन की एक प्रति पर रिसीव करके भी दिया गया।किन्तु दो दिन बीत जाने के बाद भी कोई पुलिसकर्मी मामले की जांच हेतु नहीं आया।वहीं जिन लोगों ने पालतू कबूतरों को जहर देकर मार दिया एवं पाइप को ब्लेड से क्षतिग्रस्त कर दिया,वे लोग बुधवार की सुबह से लेकर शाम तक गाली-गलौज कर रहे थे एवं धमकी भी दे रहे थे कि बहुत आया है केस करने वाला।एक बार मार खाया है,दूसरी बार पालतू कबूतर को जहर देकर मारे हैं व खेत पटाने वाला पाइप फाड़ दिए हैं।पीड़ित परिजनों ने कहा कि पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं किये जाने से दोषियों के मनोबल बढ़ा हुआ है।साथ ही बताया कि उनलोगों द्वारा घर में घुसकर मारपीट करने की भी बात कही जा रही थी।पीड़ित परिजनों ने कहा कि उनके साथ होने वाले दुर्व्यवहार की शिकायत को पुलिस पदाधिकारियों के पास करते हैं।किंतु थाना के पुलिस पदाधिकारियों द्वारा शिकायत का निष्पादन नहीं करने से वे लोग काफी दुःखित हैं।साथ ही उन्हें आशंका है कि वे लोग कभी भी अप्रिय घटना को अंजाम दे सकते हैं।उन्होंने कहा कि रजौली थाना काण्ड संख्या 409/23 एवं 410/23 पुलिस की शिथिलता का प्रमाण है।क्योंकि प्राथमिकी दर्ज होने से तीन-चार दिन पूर्व झगड़े को थानाध्यक्ष के निर्देश पर सुलह तो करा लिया गया था।किंतु पुनः उनलोगों ने हमला कर दिया।जिसमें दोनों पक्ष के लोग घायल हुए थे।तब जाकर थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई थी।वहीं आवेदक प्रमोद कुमार की पत्नी रूपा कुमारी कहती हैं कि उन्हें थाने में पदस्थापित एएसआई बीरेंद्र पासवान द्वारा कहा गया कि जब मामला सीरियस हो जाये,तब थाना आया करो।अभी किसी को मारपीट कर माथा-कपाड़ थोड़े ही फोड़ा गया है।अब पीड़ित परिजन न्याय की गुहार कहां लगाएं ये एक गम्भीर समस्या बनी हुई है।इस बाबत पर थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर पवन कुमार से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ आया।वहीं थाना के पुलिस पदाधिकारियों ने कहा कि गैरिबा गांव के सेक्टर पदाधिकारी को ही मामले की जांच करने को निर्देश दिया गया होगा।