एनसीसी के कुल 250 वोलेंटियर्स अपनी सेवा देंगे। विशेष कर अक्षयवट, विष्णुपद मंदिर के सम्पूर्ण परिसर, सीताकुंड, देवघाट इत्यादि स्थानों पर लगाये जायेंगे

गया, ज़िला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में ज़िले के विभिन्न सोशल वर्कर्स, एनसीसी के अधिकारी, नेहरू युवा केन्द्र, भारत स्काउट गाइड, एनएसएस, शाहिद भगत सिंह के साथ बैठक करते हुए कहा कि हर वर्ष लाखों लाख तीर्थयात्री पितृपक्ष मेला के दौरान गया जिला पधारते हैं तथा हर वर्ष आप सभी वॉलंटियर्स द्वारा पितृपक्ष मेला में यात्रियों की सेवा समर्पण भाव से करते हैं। जिसका परिणाम है कि हर वर्ष तीर्थ यात्री पितृपक्ष के बाद जब वह अपने घर लौटते हैं तो एक बेहतर सकारात्मक विचार के साथ घर लौटते हैं। पिछले वर्ष भी काफी उत्कृष्ट कार्य किए गए थे। इस वर्ष भी आप सभी से अपेक्षाएं हैं कि और बेहतर तरीके से मेला को संपन्न करवाये।उन्होंने कहा कि इस बार पितृपक्ष मेला का माहौल कुछ अलग है, क्योंकि गयाजी डैम बनने एवं घाट का विस्तार होने के कारण अधिक संख्या में तीर्थयात्री आने की पूरी संभावना है। इसलिए आप सभी विभिन्न वॉलिंटियर्स अपनी सक्रियता तथा भागीदारी को और अधिक प्रभावी रूप से यात्रियों की सेवा में समर्पित रहने का कार्य करें। सभी पिंडदान की सेवा अतिथि देवो भवः के तर्ज पर करें। माननीय मुख्यमंत्री बिहार के निर्देश के आलोक में पितृपक्ष मेला के साथ-साथ गया जिले में आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुविधाओं के लिए व्यवस्थाओं का हर बार एक नया आयाम दिया जा रहा है। हर वर्ष अनेको प्रकार की इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप किया जा रहा है। माननीय मुख्यमंत्री जी ने फल्गु नदी में सालों भर पानी उपलब्ध रहने के लिए गया जी डैम का निर्माण करवाया है इसके पश्चात सीता पथ का निर्माण करवाए हैं। इस वर्ष विष्णु पथ का निर्माण किया जा रहा है जो इस वर्ष पितृपक्ष के पहले उद्घाटन होगा एवं आने वाले तीर्थ यात्री इसका भरपूर प्रयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि यह विष्णु पथ के निर्माण होने से मंदिर एवं देवघाट पहुंचने के लिए और एक अतिरिक्त रास्ता बन जाएगा जिससे तीर्थ यात्रियों को काफी हद तक सहूलियत मिलेगा और वह में सड़क से सीधे तौर पर देवघाट या मंदिर जा सकेंगे, पूरे शहरों का चक्कर नहीं काटना होगा।बताया गया कि एनसीसी के कुल 250 वोलेंटियर्स अपनी सेवा देंगे। विशेष कर अक्षयवट, विष्णुपद मंदिर के सम्पूर्ण परिसर, सीताकुंड, देवघाट इत्यादि स्थानों पर लगाये जायेंगे।

भारत स्काउट गाइड के कुल 200 वोलेंटियर्स अपनी सेवा देंगे। जिनमे मुख्य रूप से रामशिला एव अन्य वेदी स्थल पर देंगे। उसी प्रकार गया कॉलेज के एनएसएस के 50 वोलेंटियर्स, जगजीवन कॉलेज एनएसएस के 50 वोलेंटियर्स एव अनुग्रह कॉलेज एनएसएस के 30 वोलेंटियर्स भी अपनी सेवा को देंगे। डीएम ने अनुमण्डल पदाधिकारी सदर को निर्देश दिया कि किन स्थानों पर किस वॉलंटियर्स का डिप्लॉयमेंट किया जाएगा, इसके लिये प्लान तैयार कर ले। नेहरू युवा केन्द्र के 40 वॉलंटियर्स सेवा देंगे, जिसमे मुख्य रूप से कॉल सेंटर, मंदिर प्रांगण एव खोया पाया स्टॉल में रहेंगे। जो कोई यात्री अपने परिजन से भीड़ के कारण खो जाते हैं, उन यात्री को खोया पाया स्टॉल के माध्यम से मिलाया जाएगा। डीएम ने कहा कि विष्णुपद स्थित संवाद सदन एव गया रेलवे स्टेशन पर 25-25 की संख्या में व्हील चेयर की पूरी व्यवस्था रखे। साथ ही उन व्यक्ति को भी नामित रखे कि कौन व्यक्ति व्हीलचेयर से यात्री को गंतव्य स्थान तक ले जाएगा और सुरक्षित वापस लाएगा। यह बेहद जरूरी है। इसका विस्तार से प्लान अभी से ही तैयार कर ले। डीएम ने कहा कि सभी वॉलंटियर्स को आई कार्ड दिया जाएगा साथ कि पितृपक्ष मेला 2024 लिखा टीशर्ट भी उपलब्ध करवाया जाएगा, टी शर्ट के पीछे मे आई हेल्प यू भी लिखा रहेगा। इस वर्ष सभी वॉलंटियर्स को मानदेय भी दिया जाएगा, इसके लिये डीएम ने वरीय उप समाहर्ता नजारत को एक कमिटी बनाकर मानदेय निर्धारित करने को कहा है।

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