अंतर्राष्ट्रीय धर्म सम्मेलन एवं विद्वत संगोष्ठी में देश के सैकड़ों धर्माचार्यों का लगेगा जमावड़ा

दिवाकर तिवारी ।

सैकड़ों गांवों को मिलेगा धार्मिक अनुष्ठान का फल

रोहतास। जिले के नोखा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत पड़वा गांव में आगामी 2 फरवरी से श्रीभाष्यकार रामानुजाचार्य की स्मृति में आयोजित होने वाले सहस्राब्दी जयंती महामहोत्सव के दौरान अखिल अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन एवं विद्वत संगोष्ठी का भव्य आयोजन किया जा रहा है। धर्म सम्मेलन में देश के कोने कोने से काफी संख्या में धर्माचार्यों का जमावड़ा लगेगा तथा 108 श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का विराट आयोजन भी किया जाएगा। 125 कुंडीय महायज्ञ के दौरान विभिन्न धर्माचार्यों का प्रवचन समेत श्रीमद्भागवत महापुराण कथा, रामचरितमानस कथा एवं श्रीमद्भागवत गीता का वाचन किया जाएगा तथा श्री लक्ष्मीप्रपन्न जीयर स्वामी महाराज की उपस्थिति में अंतिम दिन महायज्ञ की पूर्णाहुति होगी। इस संदर्भ में आयोजन समिति के सदस्य आशुतोष सिंह ने कहा कि हाल के दिनों में सनातन संस्कृति एवं वैदिक अनुष्ठानों पर राजनेताओं द्वारा जिस तरह टीका टिप्पणी की जा रही है, यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारा देश अनादि काल से सनातन वैदिक धर्म की जननी रहा है लेकिन आज लोग यज्ञादि कर्मों से विमुख होकर भौतिकवाद पर मुग्ध हो रहे हैं और राजनेताओं द्वारा लगातार सनातन धर्म को भी निशाना बनाया जा रहा है।

इस अनुष्ठान के आयोजन से आसपास के सैकड़ो गांव के लोग विभिन्न धर्माचार्यों का प्रवचन सुनेंगे तथा लोगों को धार्मिक अनुष्ठान का फल भी प्राप्त होगा। उन्होंने बताया कि महायज्ञ के लिए 2 फरवरी को जलभरी यात्रा के पश्चात श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ प्रारंभ हो जाएगा। जिसकी पूर्णाहुति 7 फरवरी को संपन्न होगी। जलभरी यात्रा में गाजे बाजे व हाथी घोड़ों के साथ साथ हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे तथा देश के कोने कोने से सैकड़ों धर्माचार्यों का जमावड़ा लगेगा। इस दौरान धर्माचार्यों का प्रवचन, विविध धार्मिक ग्रंथों का पाठ, धार्मिक अनुष्ठान, रामायण पाठ, श्रीमद्भागवत महापुराण पाठ, श्री रामचरितमानस पाठ, श्रीमद् भागवत गीता पाठ सहित अनेक वैदिक पौराणिक मंत्रों का जप व विशेष पूजा आयोजित होगी। ताकि हर गरीब से गरीब परिवार जो यज्ञ आदि के अनुष्ठान के लिए सामर्थ्य नहीं है वो भी इस महायज्ञ में शामिल होकर धार्मिक अनुष्ठान का फल प्राप्त कर सकें।

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