वन्य जीव शिकार मामले में चेनारी थाने की लापरवाही आई सामने, जांच जारी
दिवाकर तिवारी ।
चेनारी थाना परिसर से वन विभाग ने काले हिरण का मांस किया जप्त, दो वन्य जीव तस्कर गिरफ्तार
रोहतास। जिले के चेनारी थाना परिसर से रविवार को रोहतास वन विभाग की टीम ने एक स्कॉर्पियो में रखें काले हिरण के मांस को जप्त किया है। इस मामले में वन विभाग द्वारा दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है तथा अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। इस संदर्भ में जिला वन पदाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने एक प्रेस बयान जारी कर बताया कि चेनारी वन क्षेत्र से बीते 15 सितम्बर को कुछ लोगो द्वारा एक काले हिरण का शिकार किया गया था तथा गुप्त सूचना मिली कि काले हिरण के मांस को चेनारी थाना परिसर में खड़े एक स्कॉर्पियो में रखा गया है। उन्होंने बताया कि वनपाल के नेतृत्व में तत्काल वन विभाग की एक टीम को चेनारी थाना परिसर में भेजा गया। जहां से वन विभाग ने स्कॉर्पियो के अंदर रखे काले हिरण के सिंघ एवं मांस को जप्त कर लिया। डीएफओ ने कहा कि वन्यप्राणी के शिकार की पुष्टि के उपरांत जांच में मुख्य आरोपी एवं उसके अन्य सहयोगियों की पहचान कर ली गई है। वन्यजीव शिकार मामले में आरोपी चेनारी थाना क्षेत्र अंतर्गत लांझी एवं पेवंदी गांव के रहने वाले है।जिसमें से 2 लोगो को गिरफ्तार किया गया है तथा अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए लगातार तलाश जारी है। इसके साथ हीं डीएफओ ने कहा कि इस पूरे मामले में चेनारी थाना अध्यक्ष एवं अन्य के स्तर से बरती गई लापरवाही की भी विस्तृत जांच चल रही है तथा जांच के उपरांत संबंधित लोगों पर भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि लोगों में काले हिरण के शिकार को लेकर आम चर्चा थी कि चेनारी थाने की पुलिस ने गिरफ्तार दो लोगों को सांठगांठ कर छोड़ दिया है। लेकिन यह बात पूरे जिले में आग की तरह फैल गई और जैसे हीं वन विभाग को इसकी सूचना मिली उसने चेनारी थाना परिसर में खड़े स्कॉर्पियो एवं उसके अंदर रखें काले हिरण के मांस को जप्त कर लिया। इसके बाद वन विभाग द्वारा चेनारी थाने की पुलिस से भी काफी पूछताछ की गई। जिससे पुलिस महकमे में भी हड़कंप मच गया। हालांकि वन विभाग ने वन्य जीव शिकार मामले में दो वन्य जीव तस्कर को गिरफ्तार कर लिया है तथा इस पूरे मामले की विस्तृत जांच चलने की बात वन विभाग द्वारा कहीं जा रही है। अब देखना दिलचस्प होगा कि वन विभाग द्वारा वाकई इस मामले में विस्तृत जांच की जाती है अथवा मामले में सिर्फ लीपा पोती हीं करेगी।