रामगढ़ जिला कमिटी का किया गया गठन . -प्रदीप शर्मा की अध्यक्षता में बैठक संपन्न.... - Newslollipop

रामगढ़ जिला कमिटी का किया गया गठन . -प्रदीप शर्मा की अध्यक्षता में बैठक संपन्न….

IMG-20250527-WA0039

 

विश्वनाथ आनंद

गया (बिहार/ झारखंड )-विश्व ब्राह्मण संघ की रामगढ़ जिला कमिटी का गठन आज होटल मनोहर रेसिडेंसी में एक गरिमा मय समारोह के साथ संपन्न हुआ। बैठक का आयोजन भगवान परशुराम के तैलिए चित्र पर फूल माला व दीप प्रज्ज्वलित तथा वैदिक मंत्रों के साथ मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों द्वारा अपराह्न 2.30 बजे से किया गया, कार्यक्रम जिसकी अध्यक्षता झारखंड प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार शर्मा ने की। तथा संचालन भूपेश मणि तिवारी ने निभाई।बैठक में रामगढ़ जिले के विभिन्न प्रखंडों से पधारे सम्मानित विप्र बंधुओं ने भाग लिया। इस दौरान संगठन की मजबूती और समाज कल्याण के विभिन्न पहलुओं पर गंभीर विचार-विमर्श हुआ। प्रदेश अध्यक्ष ने उपस्थित बन्धुओं को संबोधित करते हुए समाज की एकता तथा वैदिक परंपरा और संस्कारों को मजबूत करने की दिशा में कार्य करने का आह्वान किया गया।प्रदीप शर्मा ने जानकारी दी कि आगामी 15 जून 2025 रविवार को गायत्री मंदिर, रामगढ़ में विश्व ब्राह्मण संघ एवं गायत्री परिवार के संयुक्त तत्वावधान में निःशुल्क सामूहिक उपनयन संस्कार का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम सभी विप्रजनों के लिए एक महत्वपूर्ण वैदिक संस्कार के रूप में आयोजित किया जाएगा।

नवगठित रामगढ़ जिला कमिटी में नियुक्त प्रमुख पदाधिकारी इस प्रकार हैं:अशोक कुमार पांडेय – जिलाध्यक्षमहेंद्र दुबे व विवेकानंद पांडेय – जिला उपाध्यक्ष

 अरुण बनर्जी, पहलाद पांडेय,नवीन पांडेय, अनूप ओझा – जिला सचिव

गोकुल शर्मा – कोषाध्यक्ष

दीपक कुमार तिवारी – जिला युवा अध्यक्ष

सुरेंद्र पांडेय – जिला युवा सचिव

अनन्या मुखर्जी – महिला जिला सचिव

भूपेश मणि तिवारी – मीडिया प्रभारी

अधिवक्ता मुना मिश्रा व संजय शर्मा – कानूनी सलाहकार

गया प्रसाद राय व डॉ. अभिषेक – संरक्षक मंडल सदस्य

इस अवसर पर बबलू दूबे, विनय कुमार पांडेय, विजय ओझा, रतेंद्र उपाध्याय,उज्जवल चक्रवर्ती,सीताराम पाठक सहित अनेकों ब्राह्मण बंधु को कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया । बैठक के समापन पर प्रदीप शर्मा ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया और समाज के लिए निरंतर कार्यरत रहने का संकल्प दोहराया।

विश्व ब्राह्मण संघ द्वारा यह आयोजन समाज को संगठित करने और सांस्कृतिक मूल्यों को पुनर्स्थापित करने की दिशा में एक सशक्त पहल मानी जा रही है।