भगवान बुद्ध के उपदेश पूरी मानवता के लिए सदैव मार्गदर्शन के रूप में कार्य करते रहेगी -हिमांशु शेखर

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विश्वनाथ आनंद ।
टेकारी( गया बिहार )- गया जिला के टेकारी अनुमंडल अंतर्गत केसपा निवासी सह सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु शेखर ने भेंटवार्ता के दौरान मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि भगवान बुद्ध के उपदेश पूरी मानवता के लिए सदैव मार्गदर्शन का कार्य करती रहेगी . उन्होंने आगे कहा कि माँ तारा नगरी केसपा गांव के मध्य में हजारों वर्षों से भगवान गौतम बुद्ध की अद्भुत आदमकद प्रतिमा खुले आकाश के नीचे विराजमान है . यह प्रतिमा काले पत्थर की बनी हुई है एवं इसकी ऊंचाई लगभग सात फीट है. इस प्रतिमा में भगवान बुद्ध कमल के फूल पर खड़े है .पूर्व में ग्रामीण इस प्रतिमा को बली राजा के नाम से जानते थे, लेकिन कई पुरातत्वविद एवं इतिहासकारों द्वारा ग्रामीणों को यह बतलाया गया कि यह प्रतिमा भगवान गौतम बुद्ध की है. हिंदू धर्मालंबी भगवान गौतम बुद्ध को भगवान विष्णु का दसवां अवतार मानते हैं, इसीलिए इस गांव में हिंदू रीति रिवाज से इनका पूजा पाठ किया जाता रहा है. भगवान बुद्ध के उपदेश पूरी मानवता के लिए सदैव मार्गदर्शन का कार्य करती रहेगी . उन्होंने आगे कहा कि इस बार पहली बार बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर 5 मई की सुबह में केसपा ग्राम में भगवान बुद्ध की 2567वीं त्रिविध यानी जन्म, ज्ञान प्राप्ति व महापरिनिर्वाण की पावन जयंती ग्रामीण बौद्ध धर्म ज्ञाता प्रो. अरुण शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित किया जाएगा. इस त्रिविध कार्यक्रम के आयोजन के निर्णय से ग्रामीणों में उल्लास है .इस कार्यक्रम में सभी धर्म के लोगों के शामिल होने की सहमति मिल चुकी है.भगवान गौतम बुध से जुड़े अनेक साक्ष्य इस गांव में उपलब्ध है . हिमांशु शेखर ने कहा है कि, कुछ वर्ष पूर्व केसपा ग्राम में खुदाई के दौरान कमल के फूल की बनी हुई आकृति मिली थी. जनश्रुति के अनुसार केसपा गांव भ्रमण के दौरान भगवान बुद्ध ने इसी कमल के फूल पर बैठ कर ग्रामीणों को उपदेश दिया था. इस कार्यक्रम की सफलता के लिए श्याम कृष्णा, विक्रम कुमार सहित कई युवा सक्रिय है. इस गांव में पर्यटन की असीम संभावना है, लेकिन सरकारी उपेक्षा के कारण यह गांव पर्यटन स्थल के रूप में विकसित नहीं हो सका है.