गोबर से कलाकृति निर्माण का प्रशिक्षण में दूसरे दिन छात्राओं ने बनाया कलाकृति
चंद्रमोहन चौधरी.
बिक्रमगंज .कृषि विज्ञान केंद्र बिक्रमगंज द्वारा “गोबर से कलाकृति निर्माण (Art Making from Cow Dung)” विषय पर आयोजित चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन मंगलवार को छात्राओं ने वैज्ञानिक डा. रमाकांत सिंह के देखरेख में विभिन्न तरह की कलाकृतियों का निर्माण किया। सभी को प्रयोगिक जानकरी दी गई। वैज्ञानकों ने भगवान गणेश, स्वास्तिक, हाथी, घोड़े आदि की आकृतियों का निर्माण किया।
उद्यान वैज्ञानिक डॉ. रतन कुमार ने प्रतिभागियों को संबोधित करते गोबर की महता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि गोबर केवल जैविक खाद ही नहीं, बल्कि एक बहुउपयोगी संसाधन है, जिससे आकर्षक सजावटी वस्तुएं, दीये, मूर्तियाँ, वॉल हैंगिंग एवं अन्य हस्तशिल्प उत्पाद तैयार कर बाजारों में बेचकर अच्छी आय प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने गोबर से बनी कलाकृतियों की बढ़ती मांग पर भी प्रकाश डाला। प्रशिक्षण कार्यक्रम में इंदु तपेश्वर महिला महाविद्यालय की छात्राएं और जीवीका के दीदियां भाग ले रही है।