सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ने रिप सत्यपाल मालिक उकेर अपनी खास अंदाज में दी श्रद्धांजलि.

-सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ने 3 सेमी के आकर वाली पीपल के हरे पत्तों में पूर्व गवर्नर का तस्वीर उकेर लिखा, “रिप (RIP) सत्यपाल मालिक” अपनी खास अंदाज में दी श्रद्धांजलि.
-दिशोम गुरूजी का शोक अभी खत्म नहीं हुआ की मधुरेंद्र ने दी सत्यपाल मालिक को अनूठा श्रद्धांजलि.
विश्वनाथ आनंद
पटना( बिहार )-बिहार के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निधन से पूरे देश में शोक की लहर फैल गयी हैं। भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक संवेदना प्रकट की हैं। इधर शोशल मिडिया यह खबर मिलते ही एकबार फिर से भावुक हुए भारत के चर्चित अंतर्राष्ट्रीय रेत कलाकार मधुरेंद्र ने अपनी 3 घंटो के कठिन मेहनत के बाद दुनियां की सबसे छोटी 3 सेमी के आकर वाली पीपल के हरे पत्तों में गवर्नर सत्यपाल मलिक की तस्वीर बनाकर लिखा हैं “रिप (RIP) सत्यपाल मालिक” और अपनी खास अंदाज में श्रद्धांजलि भी दी है। पत्तों बनी यह तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।वही सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ने कहा कि पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक ने अपने जीवन के अंतिम कुछ सालों में उन्होंने इस देश को जगाने की बहुत कोशिश की थी। उनकी आखिरी शब्द “मैं रहूं या ना रहूं इसलिए देशवासियों को सच्चाई बताना चाहता हूं” के साथ उनका निधन हो गया हैं। मलिक साहब लोकतंत्र का योद्धा और किसानों का हितरक्षक भी थे।
बता दें कि इंटरनेशनल सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार अपनी बेमिसाल कलाकृतियों के माध्यम से समाज में सकारात्मक सन्देश के लिए देश दुनियां में जाने जाते हैं। बीते दिनों सोमवार को सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ने झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरूजी सिबू सोरेन की तस्वीर बनाकर श्रद्धांजलि दी थी। सारा देश उनके निधन का शोक मना रहा था, तब तक 79 वर्षीय सत्यपाल मालिक ने मंगलवार को दोपहर करीब 1बजकर 10 मिनट पर नई दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अंतिम सांस ले ली। वे लंबे समय से किडनी की बीमारी से अस्पताल में जीवन मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहे थे और कई बार आईसीयू में गए और बाहर आए। आखिरकार लड़ाई हार गए।
गौरतलब हो कि सत्यपाल मलिक 30 सितंबर 2017 को बिहार के राज्यपाल नियुक्त हुए थे। इसके बाद उन्हें अगस्त 2018 में जम्मू-कश्मीर और फिर 2020 में मेघालय में राज्यपाल पद पर भेजा गया। सत्यपाल मलिक 24 जुलाई 1946 को बागपत जिले में पैदा हुए और भारतीय क्रांति दल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, जनता दल, लोक दल और समाजवादी पार्टी आदि राजनीतिक दलों से जुड़ने के बाद बीजेपी में शामिल हुए थे। मलिक 1989 में अलीगढ़ संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने गए और इसके पहले 1980 से 1989 तक राज्यसभा के भी सदस्य रहे थे।
मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री समेत बड़े राजनैतिक हस्तियों, शिक्षाविदों व प्रबुद्ध लोगों ने भी सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र की कलाकृतियों को अपने शोशल मिडिया अकाउंट पर साझा करते हुए सत्यपाल मलिक के निधन पर दुख व्यक्त कर दिवंगत आत्मा को नमन किया है।