शहीद ए आजम भगत सिंह का मनाई गई 117 वी जयंती समारोह- सत्येंद्र कुमार
विश्वनाथ आनंद .
शहीद ए आजम भगत सिंह का सामाजिक विकास संस्थान के तत्वाधान में कार्यकर्ताओं ने117वीं जयंती श्रद्धापूर्वक याद करते हुए मनाया. इस दौरान उपस्थित लोगों ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह के अरविंदो मिशन स्कूल दाउदनगर के प्रांगण में संस्थान के सदस्यों,स्थानीय गणमान्य नागरिकों,विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने भगत सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनके चित्र पर अपने श्रद्धा-सुमन अर्पित किए ।इस जयंती समारोह के अवसर पर आयोजित शहीद भगत सिंह ‘स्मृति-सभा’ को संबोधित करते हुए संस्थान के सचिव- सत्येन्द्र कुमार ने कहा कि हमें भगत सिंह के विचारों में वह ताकत दिखती है जो आज की तारीख में उपभोक्तावाद,पाखंडवाद एवं स्वार्थवाद की दलदल में फंसे हुए नौजवानों को सही रास्ता दिखला सकतो है तथा उनकी ऊर्जा को राष्ट्रनिर्माण की ओर मोड़ सकती है ।इस सभा को संबोधित करते हुए संस्थान के अध्यक्ष- श्री कृष्ण प्रसाद चंद्रवंशी ने कहा कि आज देश के अन्दर सांप्रदायिक,जातीय,भाषाई एवं क्षेत्रवादी अस्मिताओं के खिलाफ संघर्ष करना ही शहीद-ए-आजम भगत सिंह एवं उनके साथियों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी ; क्योंकि इन्हीं अस्मिताओं की लड़ाई में आज हमारा देश बर्बाद हो रहा है । उन्होंने कहा कि इन्हीं अस्मिता-जनित बुराइयों के खिलाफ संघर्ष करते हुए शहीद-ए-आज़म ने अपनी कुर्बानी दी थी ।
इस श्रद्धांजलि सह स्मृति सभा को संबोधित करते हुए संस्थान के कोषाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने कहा कि आज स्वतंत्र भारत में विभिन्न स्तर की सरकारें भले हीं भगत सिंह की उपेक्षा करें लेकिन हम संस्थान के लोग इनके विचारों को जन जन तक,विशेष कर सभी युवाओं तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं । इसके लिए बहुत जल्द हीं संस्थान पुस्तकालय खुलेगा तथा भविष्य में भगत सिंह से संबंधित लेखन एवं वाचन को प्रोत्साहित करेगा ।इन सब के अलावा इस सभा को दाऊदनगर के पूर्व चेयरमैन-धर्मेन्द्र कुमार दबगर,महिला नेत्री- मीना सिंह,अरविंदो मिशन स्कूल की शिक्षिका- सिंपी सिन्हा,भाकपा(माले) के नगर सचिव- बिरजू चौधरी, गोह कॉलेज के गणित के विभागाध्यक्ष- राजकमल कुमार सिंह,संस्थान के उपाध्यक्ष- अवधेश कुमार, शिक्षक संघ(गोप गुट)’मूल’ के जिला सचिव- अवधेश कुमार, विद्यार्थी- विवेक चन्द्र सैनी,सामाजिक कार्यकर्ता रामसकल महतो, भाकपा (माले)के जिला कमिटी सदस्य एवं प्रखंड संसद प्रतिनिधि- राजकुमार भगत,दाऊदनगर शहर के संसद प्रतिनिधि- मोहम्मद कयूम अंसारी, इत्यादि वक्ताओं ने भी संबोधित किया .अन्त में इस सभा ने सर्वसम्मति से एक सात-सूत्री प्रस्ताव भी पारित किया जिसमें- दाऊदनगर नसरीगंज पुल का नामकरण “शहीद भगत सिंह सेतु” करने/शहीद-ए-आज़म भगत सिंह सहित तीनों शहीदों के शहादत-दिवस 23 मार्च के दिन सरकार द्वारा सार्वजनिक-छुट्टी घोषित करने/संसद एवं देश के सभी विधान सभाओं में भगत सिंह सहित राजगुरु एवं सुखदेव की तस्वीर लगाने/ संसद भवन के समक्ष तीनों शहीदों की मूर्ति लगाने/भगत सिंह के द्वारा रचित सभी दस्तावेजों को प्रकाशित कर देश के सभी पुस्तकालयों में मुफ्त में उपलब्ध कराने/ देश के सभी राज्यों की राजधानियों के प्रमुख चौराहे पर भगत सिंह की आदमकद प्रतिमा लगाने तथा स्कूल-कॉलेजों की पाठ्य-पुस्तकों में भगत सिंह,राजगुरु,सुखदेव की जीवनी को शामिल करने की मांग केन्द्र-सरकार सहित सभी राज्यों की सरकारों से की गई । इस सभा ने इसके साथ ही एक अन्य संकल्प प्रस्ताव भी पारित किया जिसमें उक्त सभी मांगों को मानने के लिए सरकार को बाध्य करने हेतु भगत सिंह के विचारों को मानने वाले सभी संगठनों का एक संयुक्त मंच बनाने तथा मंच के नेतृत्व में धारावाहिक आंदोलन चलाने का निर्णय लिया गया । इस श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष कृष्णा प्रसाद चंद्रवंशी तथा संचालन संस्थान के सचिव सत्येन्द्र कुमार ने किया।
इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरआत में संस्थान के अध्यक्ष कृष्णा प्रसाद चंद्रवंशी के नेतृत्व में उपस्थित गणमान्य लोगों,स्थानीय शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों एवं आम नागरिकों ने तीनों शहीद भगत सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किए तथा इनके सम्मान में दो मिनट का मौन रखा । अन्त में इन्कलाब जिंदाबाद/ शहीद भगत सिंह,राजगुरु,सुखदेव अमर रहें/,साम्राज्यवाद पूंजीवाद मुर्दाबाद/समाजवाद जिंदाबाद/इत्यादि गगन-भेदी नारों के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया .