प्रधानमंत्री मंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी के नेतृत्व में भारत को विश्व गुरु बनाने में संगठन कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा
RAJIV.
माननीय प्रधानमंत्री मंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी के नेतृत्व में भारत को विश्व गुरु बनाने में संगठन कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा।साथ ही भारतीय संसद को संत संसद बनाने हेतु अधिक से अधिक सनातनीयों को चुनाव जीताकर भेजना होगा।इसके लिए संगठन 25 करोड़ सदस्य बनाने की दिशा में कार्य कर रही है।उक्त बातें नरेंद्र मोदी बिचार मंच की ईकाई अंतर्राष्ट्रीय संत बौद्धिक मंच के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी स्वदेशानंद ब्रह्म गिरी जी महाराज ने छत्तीसगढ़ के रत्नपुर/बिलासपुर स्थित बुढ़ा महादेव मंदिर के प्रांगण में अपने जन्मदिवस के अवसर पर देवीलाल साहू ने कुशल प्रबंधन में आयोजित संत बौद्धिक समागम में कहीं।
स्वामी स्वदेशानंद महाराज ने हिंदु से मुस्लिम, क्रिश्चन, बौद्ध में कन्वर्ट हुए लोगों से कही।
कार्यक्रम के बाद जारी बक्तब्य में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह भारतीय संस्कृति संरक्षण एवं बिकास परिषद के संस्थापक मृत्युंजय नाथ गोपाल जी ने बताया कि प्राचीन समय में हिंदू मठ और मंदिर,संगत पंगत आदि हिंदू सभ्यता संस्कृति के केंद्र हुआ करते थे।जिसे कालांतर में अंग्रेजों के साथ ही कांग्रेस के साथ मिलकर वामपंथी सेकुलर शक्तियों ने एक षड्यंत्र के तहत समाप्त करने का निष्फल कोशिश किया।जिस कारण समाज में अनेक प्रकार की भ्रांतियां उत्पन्न की गई। संगठन भारतीय संस्कृति का संरक्षण एवं संवर्द्धण हेतु एक व्यापक कार्यक्रम चलाएगी।साथ ही सामाजिक मर्यादा की स्थापना हेतु केंद्र एवं राज्य सरकारों को गांव गांव गुरूकुल ,योग व्यायाम, आयुर्वेद चिकित्सा, आदि की स्थापना का प्रयास करेगी । मठ मंदिर आदि धार्मिक स्थलों को सरकारी नियंत्रण / राजनैतिक प्रभाव से मुक्त करने आदि एवं गहन विमर्श उपरांत अनेक मांगों से संबंधित एक ज्ञापन भारत के प्रधानमंत्री को सौंपेगी।
इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय महासचिव जयानंद जी, मध्यप्रदेश के पुर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी श्री सूजीतानंद जी ,जूना अखाड़ा के श्री महंत तारकेश्वरपुरी जी, माता पद्मिनीपुरी जी,दिल्ली से आए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रूद्र देवानंद जी , श्री ठाकुर जी, महामाया मंदिर के श्री कुमार पाण्डेय, सामाजिक कार्यकर्ता श्री सतीश साहु जी,जबलपूर से आयी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा़ कविता साहु आदिशक्ति सेना की अनामिका दुबे, जितेन्द्र कौशिक आदि ने अंतर्राष्ट्रीय संत बौद्धिक मंच के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष को उनके जन्म दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेकर बधाई दिया। तथा हरसंभव सहयोग का संकल्प लिया।