आईआईएम बोधगया ने किया पटना में एग्जीक्यूटिव और प्रोफेशनल शिक्षा के लिए समर्पित परिसर का निर्माण शुरू

विश्वनाथ आनंद .
गया जी( बिहार )-आईआईएम बोधगया ने बिहटा, पटना में अपने सैटेलाइट एग्जीक्यूटिव शिक्षा परिसर का निर्माण जुलाई 2025 में आधारशिला रखकर शुरू किया। इस समारोह का नेतृत्व बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष श्री एल. रामकुमार ने किया, जिसमें बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्य श्री संदीप घोष और आईआईएम बोधगया की निदेशक डॉ. विनिता एस. सहाय भी उपस्थित रहीं । यह नया परिसर एग्जीक्यूटिव शिक्षा के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता का एक रणनीतिक विस्तार है, जिसका उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत पेशेवरों, सरकारी अधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं को सशक्त बनाना है।
नेतृत्व विकास और एग्जीक्यूटिव शिक्षा के केंद्र के रूप में परिकल्पित, बिहटा परिसर में प्रबंधन विकास कार्यक्रम (एमडीपी), एग्जीक्यूटिव एमबीए और एग्जीक्यूटिव पीएचडी पाठ्यक्रमों सहित कार्यक्रमों की एक विस्तृत श्रृंखला पेश की जाएगी। पटना के पास स्थित यह परिसर बिहार और अन्य राज्यों के प्रतिभागियों के लिए पहुंच को बढ़ाता है, जबकि लॉजिस्टिक चुनौतियों को कम करता है और सरकारी निकायों, सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों और शैक्षणिक संस्थानों के साथ गहरे जुड़ाव को बढ़ावा देता है।
यह परिसर एम्स पटना, निफ्ट पटना और आईआईटी पटना जैसे संस्थानों के सहयोग से एग्जीक्यूटिव प्रमाणपत्र कार्यक्रम भी आयोजित करेगा, जो अंतर-विषयक और क्रॉस-सेक्टोरल शिक्षा को बढ़ावा देगा। नियोजित पहलों में आईआईटी पटना के साथ एक दोहरी डिग्री कार्यक्रम और विभिन्न क्षेत्र-विशिष्ट क्षमता-निर्माण मॉड्यूल शामिल हैं।
क्षेत्रीय विकास और संस्थागत क्षमता निर्माण का समर्थन करने के लिए, आईआईएम बोधगया ने जल संसाधन विभाग, परिवहन विभाग, उद्योग विभाग, बिहार कृषि प्रबंधन एवं विस्तार प्रशिक्षण संस्थान (बामेती), आईजीआईएमएस पटना और पंचायती राज मंत्रालय, भारत सरकार सहित राज्य सरकार के विभागों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। ये साझेदारियां जमीनी स्तर पर शासन और लोक प्रशासन के लिए केंद्रित प्रशिक्षण को सक्षम बनाती हैं।
नवाचार और आउटरीच के लिए चिह्नित एक वर्ष के दौरान, संस्थान के एग्जीक्यूटिव शिक्षा विभाग ने कई प्रभावशाली पहलें शुरू कीं। इनमें पंचायती राज मंत्रालय (एमओपीआर) और बिहार व झारखंड सरकारों के तहत निर्वाचित प्रतिनिधियों और पंचायती राज अधिकारियों के लिए एमडीपी, साथ ही शैक्षणिक नेताओं (एनएफएलपी कार्यक्रम), राज्य सरकार के अधिकारियों और बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के अधिकारियों के लिए नेतृत्व कार्यक्रम शामिल थे। अकेले 2025 में, संस्थान ने 125 से अधिक एग्जीक्यूटिव और प्रबंधन विकास कार्यक्रमों के माध्यम से 8,100 से अधिक प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया।
हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल), इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के कर्मियों और बिहार पुलिस अकादमी तथा राज्य अग्निशमन विभाग के पुलिस उपाधीक्षकों व अग्निशमन अधिकारियों के लिए भी विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिससे विभिन्न सार्वजनिक सेवा स्तरों पर नेतृत्व को मजबूत किया जा सके।
इसके अतिरिक्त, संस्थान ने निजी उच्च शिक्षा संस्थानों में अकादमिक नेतृत्व पर एक संकाय विकास कार्यक्रम (एफडीपी) का आयोजन किया, जो निजी शिक्षा क्षेत्र में शासन और नेतृत्व कौशल की बढ़ती मांग को पूरा करता है।
आगामी बिहटा परिसर और रणनीतिक साझेदारियों के एक मजबूत नेटवर्क के साथ, आईआईएम बोधगया एग्जीक्यूटिव और व्यावसायिक शिक्षा में एक राष्ट्रीय नेता के रूप में उभरने के लिए तैयार है, जो अकादमिक जगत, सरकार और उद्योग को जोड़कर प्रभावशाली, समावेशी और सतत विकास को बढ़ावा देगा।