बिहार धर्मशाला बिहार शरीफ के जिर्णोद्धार को अविलंब हस्तक्षेप करे बिहार धार्मिक न्यास बोर्ड
संवाददाता ।
सामाजिक चेतना मंच, बिहार के सह संयोजक डा़ प्रमोद कुमार एवं संयुक्त सचिव सह सचित कुमार अधिवक्ता (पटना उच्च न्यायालय) ने एक संयुक्त प्रेस बयान जारी कर श्री सामाजिक चेतना मंच, बिहार के सह संयोजक डा़ प्रमोद कुमार एवं संयुक्त सचिव सह सचित कुमार अधिवक्ता (पटना उच्च न्यायालय) ने एक संयुक्त प्रेस बयान जारी कर श्री बिहार धर्मशाला बिहार शरीफ के जिर्णोद्धार हेतु अविलंब समुचित पहल की मांग बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष से की है।ज्ञात हो कि श्री बिहार धर्मशाला का निर्माण सैकड़ों बर्ष पुर्व आम गैरमजरूआ भुमि पर बिहार शरीफ के समस्त हिंदु पुर्वजों ने मिलकर की थी। लेकिन कुछ लोग अपनी जागीर समझने की कोशिश करते हैं।जिनकी मंशा कभी सफल नहीं होगी।श्री बिहार धर्मशाला की बर्तमान स्थिति का जायजा लेने के बाद मंच की ओर से जारी बयान में प्रतिनिधि द्वय ने कहा सचिव के अथक प्रयास से परिसर का जिर्णोद्धार की स्थिति बनाकर पुरे न्यास परिसर का प्लानिंग एवं नक्शा न्यास तैयार कर न्यास के पदेन अध्यक्ष सह अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा धार्मिक न्यास बोर्ड को भेजा गया।
लेकिन बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष ने शहर के कुछ सफेदपोश दलाल टाइप छुटभैईए माफियाओं की बातों में आकर अनावश्यक रूप से समय से पहले नयी न्यास समिति घोषित कर जिर्णोद्धार में बाधा उत्पन्न कर दी।और बिना किराए के अवैध रूप से काबिज शोषक तत्वों को न्यास परिसर का शोषण का मौका दिया।जो आज भी जारी है।
सामाजिक चेतना मंच ने न्यास के नवनियुक्त एवं कर्तब्यनिष्ठ अध्यक्ष के प्रति निष्ठा जाहिर करते हुए विश्वास ब्यक्त किया है! कि न्यास समिति के ईमानदार एवं कर्तब्यनिष्ठ सचिव श्री मृत्युंजय नाथ गोपाल जी द्वारा न्यास हित में दिए गए आवेदनों पर समुचित कार्यवाही कर न्यास परिसर के जिर्णोद्धार का मार्ग प्रशस्त करेंगे। तथा पुन: सक्रिय माफियाओं की मंशा पर पानी फेरते हुए शोषक तत्वों से न्यास परिसर को मुक्त करने हेतु हरसंभव कार्यवाही करेंगे।
समाज के सभी वर्गों के साथ ही सामाजिक चेतना मंच हर संभव सहयोग हेतु कृत संकल्पित है। हेतु अविलंब समुचित पहल की मांग बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष से की है।ज्ञात हो कि श्री बिहार धर्मशाला का निर्माण सैकड़ों बर्ष पुर्व आम गैरमजरूआ भुमि पर बिहार शरीफ के समस्त हिंदु पुर्वजों ने मिलकर की थी। लेकिन कुछ लोग अपनी जागीर समझने की कोशिश करते हैं।जिनकी मंशा कभी सफल नहीं होगी।