कैलाश पति के मंदिर से डमरू के डमा डम डम निकले धुन सहित अनेकों धुन पर झूमते रहे श्रोता

विश्वनाथ आनंद.
गया जी (बिहार )-श्रावण मास के पवित्र मास के अवसर पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी टिकारी स्थित श्री श्री तारकेश्वर महादेव मंदिर के प्रांगण में ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न ग्राम से आए भक्तगण ने भजन कीर्तन, ठुमरी, कजरी ,निर्गुण, पूर्वी का प्रस्तुति देने का कार्य किया गया। इस बीच गायन के साथ नाल, झाल आदि वाद्य यंत्रों की गूंज गूंजते नजर आई। रामा गाइए गणपति जग वंदन, शंकर सुमन भवानी के नंदन। सहित अरे रामा श्याम गए है परदेश बदरिया छाई ये हरी, कहमा से आई काली बदरिया अरे रामा कहमा बरस गेल मेघ बदरिया छाई ये हरी सहित अनेकों धुन वाणी
आधारित रामायण के दोहा, चौपाई के गायन किया गया। इस मौके पर अनेकों ग्राम में डिहुरा, बेनीपुर, बाजितपुर, रकसिया, इगूना, खैरा, आमकुमा, मखपा, झिलमिल, चैता,गुलरिया चक, जगदर, अंदर किला कल्याणपुर, नवाडीह, छटमा , उर , जलालपुर, रानीगंज पलुहढ,सुपटा,ब्लवापार,से आए भक्त गण में शालिग्राम सिंह, सीताराम सिंह, सतेंद्र सिंह, धनंजय शर्मा, लक्ष्मी पासवान , शिवबल्लभ मिश्र, कृष्णकांत सिंह, कृष्णा सिंह,किशोर रावत,सचिदानंद यादव, सुरेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह, विजय सिंह ,ओमदत्त प्रजापत, सीताराम पासवान, राधेश्याम पासवान, सचिदानंद यादव, सरोज सिंह, ललन यादव, सतीश सिंह,मृत्युंजय मिश्र, शंभू गोस्वामी आदि लोग मौजूद रहे। वही कमिटी के लोगो में संजय कुमार आर्मी,महेश प्रसाद, उमेश प्रसाद, अजय प्रसाद, ने आए हुए कीर्तन मंडली के खातिर , सहयोग में लगे रहे।