शांतिपूर्ण प्रगतिशील जीवन ही मोहम्मद जिलानी साहब की पहचान थी-डॉक्टर विवेकानंद मिश्र

विश्वनाथ आनंद .
गया जी (बिहार)-जन-जन के स्वभाव विचारों में मानवता का संदेश देने वाले अपने प्रेरणा से सामान्य क्षमता की असामान्य वृद्धि करने वाले कांग्रेस के आज एक बड़े नेता बने तारिक अनवर साहब को भी शिक्षा देने वाले जिलानी साहब का हम सबों के बीच से सदा सर्वदा के लिए चले जाना अत्यंत ही दुखद है। यह उद्गार है स्थानीय डॉक्टर विवेकानंद पथ गोल बगीचा में जिलानी साहब के असामयिक निधन के पश्चात कौटिल्य मंच एवं भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा के द्वारा आयोजित शोकसभा को संबोधित करते हुए डॉक्टर विवेकानंद मिश्र उक्त बातें कही। डॉक्टर विवेकानंद मिश्र ने कहा जिलानी साहब हमारे परिवार के एक सदस्य की तरह तो थे ही साथ ही कौटिल्य मंच के संरक्षक भी थे।भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा प्रसिद्ध अधिवक्ता मोहम्मद याहिया खां ने कहा कि आज सर्वत्र स्वार्थ, नैतिक पतन, छल कपटपूर्ण दोष का बाजार बढ़ रहा है नीति- अनीति सत्य- अन्याय का ध्यान रखे बगैर मर्यादाओं का उल्लंघन किया जा रहा है। ऐसे समय में मोहम्मद जिलानी साहब का याद आना स्वाभाविक है। कौटिल्य मंच के वरिष्ठ प्रदेश पदाधिकारी डॉ रविंद्र कुमार एवं डॉक्टर दिनेश सिंह ने जिलानी साहब ने मानवता की रक्षा केसाथ प्रगतिशील विचार के समर्थक धनी व्यक्ति थे।ज्योतिष शिक्षा एवं शोध संस्थान के निदेशक डॉक्टर ज्ञानेश भारद्वाज ने कहा वह हम सबों के अभिभावक के रूप में सदैव याद किए जाएंगे पीढ़ी भी उनसे प्रेरणा लेगी।
समाजसेवी एवं कौटिल्य मंच के वरिष्ठ पदाधिकारी तस्लीम नाज तरन्नुम ने कहा की जिलानी साहब भारतीय समाज की सांस्कृतिक जीवन यात्रा में मनुष्य रूप में एक अवतरित पुरुष थे।प्रसिद्ध समाजसेवी एवं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व प्रतिनिधि रहे डॉक्टर मृदुला मिश्रा ने अपने उद्गार में कहा कि जिनके व्यक्तित्व अर्जित संपदा से बने होते हैं उन्हें निर्भीकताआत्मविश्वास पवित्रता जैसे गुण स्वत: ही प्राप्त हो जाते हैं जो जिलानी साहब अरबल जहानाबाद में प्रत्यक्ष रूप से देखने को मिलता था।इसके अलावा जिन प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लेकर श्रद्धा सुमन अर्पित की है उनमें आचार्य अजय मिश्रा ने कहा कि वह बराबर कहां करते थे की राजनीति में जिनकी संख्या लगातार बढ़ रही है, स्वार्थी, वर्चस्वादी, जातिवादी तथा कथित नेताओं से समाज को सावधान रहने की आवश्यकता है। इन सबों से से राष्ट्र समाज कल्याण का आशा करना रेगिस्तान में बीज बोने जैसा है। अधिवक्ता मोहम्मद आरिफ बबलू जी इशरत जमील रूबाना खातून अधिवक्ता रेशमा परवीन अधिवक्ता सोनी कुमारी नुसरत खातून नसीमा चांदनी मोहम्मद रिजवान संतोष सिंह सुनीता देवी बृजभूषण मिश्र रजनी चावला पुष्पा गुप्ता नीलम गुप्ता पल्लवी कुमारी चलावे बड़ी संख्या में लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए.