संविधान दिवस पर “हमारा भारत–हमारा संविधान” थीम आधारित राज्यस्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का भव्य आयोजन संपन्न

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SUPRIYA SINGH.

पटना। संविधान दिवस के पुनीत अवसर पर कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के तत्वावधान में “हमारा भारत–हमारा संविधान” थीम पर आधारित राज्यस्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का गौरवशाली आयोजन भारतीय नृत्य कला मंदिर, पटना में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य संविधान के लोकतांत्रिक मूल्यों, नागरिक कर्तव्यों और राष्ट्रीय एकता की भावना को सांस्कृतिक माध्यम से जन–जन, विशेषकर युवाओं तक पहुँचाना रहा।कार्यक्रम की शुरुआत प्रख्यात लोक गायक श्री मनोरंजन ओझा एवं उनकी टीम की जोशीली प्रस्तुति से हुई। देशभक्ति से सराबोर लोकगीत, संगीत एवं सांस्कृतिक धुनों ने माहौल को राष्ट्र–प्रेम से भर दिया और दर्शकों में गर्व व उत्साह का संचार किया।

इसके बाद विभाग के माननीय मंत्री श्री अरुण शंकर प्रसाद, विभाग के सचिव श्री प्रणव कुमार, संस्कृति कार्य निदेशालय की निदेशक श्रीमती रूबी, संयुक्त सचिव श्री महमूद आलम, उप सचिव सुश्री कहकशां सहित अन्य अधिकारियों का मंच पर आगमन हुआ। तत्पश्चात गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की गई , साथ हीं अतिथियों को भारतीय नृत्य कला मंदिर द्वारा नवपौधा, अंगवस्त्र एवं स्मृति चिह्न भेंट की गई।

स्वागत संबोधन क्रम में विभाग के माननीय सचिव श्री प्रणव कुमार ने अपने प्रेरक उद्गार व्यक्त करते हुए कहा —
“संविधान हमारी पहचान, हमारी शक्ति और हमारे लोकतंत्र की आत्मा है। युवा पीढ़ी से अपेक्षा है कि वे अपने संवैधानिक अधिकारों के साथ-साथ राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों को भी गहराई से समझें और उनका पालन करें। संविधान एक ऐसा ग्रंथ है जो हर धर्म, पंथ, मत और विचारधारा के लोगों के लिए समान रूप से पूजनीय है।”

इसके बाद “स्वतंत्र समर” शीर्षक से प्रस्तुत नृत्य नाटिका का मंचन हुआ, जिसने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की वीरता, संघर्ष और बलिदान की गाथा को प्रभावी ढंग से मंच पर जीवंत कर दिया।

सभागार में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए माननीय मंत्री श्री अरुण शंकर प्रसाद ने संविधान की पवित्रता और लोकतंत्र के तीनों स्तंभों की मर्यादा पर बल देते हुए कहा की हमें अपने कर्तव्यों और अधिकारों को समझकर राष्ट्र हित में कार्य करना चाहिए। संविधान के मूल भावना से जब-जब छेड़ छाड़ करने की कोशिश की गई तो देश में आपातकाल जैसे हालात हुए । आज के दिन हमें संविधान के उन विभूतियों को याद करने का दिन है , देश के प्रथम राष्ट्रपति श्री राजेंद्र प्रसाद, भीम राव आंबेडकर, सचिदानंद सिन्हा, जिनके अथक प्रयास से राष्ट्र का मार्गदर्शक इस संविधान का निर्माण संभव हो पाया।”
मंत्री महोदय के संबोधन के पश्चात संविधान का सामूहिक वाचन माननीय सचिव श्री प्रणव कुमार द्वारा कराया गया, जिसमें सभागार में उपस्थित सभी गणमान्य लोगों और युवाओं ने सामूहिक रूप से संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया।

उप सचिव सुश्री कहकशां द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया। इसके उपरांत राष्ट्रगान हुआ, फिर संविधान आधारित विशेष प्रदर्शनी का अवलोकन कर कार्यक्रम का औपचारिक समापन किया गया।

इस कार्यक्रम में NSS, NCC तथा स्काउट्स एंड गाइड के युवाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया इनके अलावा विभाग के अधिकारीगण
कलाकार, रंगकर्मी तथा मीडियाकर्मी आदि मौजूद रहे ।

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