बिहार में महिला सशक्तिकरण की नई पहचान -नीतीश सरकार की ऐतिहासिक नीतियों ने बदली तस्वीर – आर्यन कुमार राव उर्फ आर्यन सिंह पटेल

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विश्वनाथ आनंद
गयाजी( बिहार )-जदयू व्यावसायिक एवं उद्योग प्रकोष्ठ के जिला सचिव सह प्रखंड किसान सलाहकार समिति सदस्य बोधगया आर्यन कुमार राव उर्फ आर्यन सिंह पटेल ने कहा कि 2005 के पहले बिहार में लड़कियों को शिक्षा लगभग ना के बराबर मिल पाती थी। उस समय सामाजिक वातावरण और संसाधनों की कमी के कारण बेटियों की पढ़ाई एक बड़ी चुनौती थी। परंतु मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में बीते दो दशकों में बिहार ने शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक परिवर्तन देखा है।

उन्होंने कहा कि आज बिहार में शत प्रतिशत लड़कियो शिक्षा प्राप्त कर रही हैं, विद्यालयों में छात्राओं की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है, और यह बदलाव केवल आंकड़ों तक सीमित नहीं बल्कि सामाजिक क्रांति का रूप ले चुका है। श्री पटेल ने बताया कि साइकिल योजना, पोशाक योजना, छात्रवृत्ति योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना, उच्च शिक्षा में आरक्षण, महिला आरक्षी भर्ती, जीविका दीदी, स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा, और महिलाओं को आर्थिक अवसरों से जोड़ने वाली नीतियों ने बिहार की महिलाओं को नई पहचान और नई उड़ान दी है। श्री पटेल ने कहा कि महिला सुरक्षा, महिला सम्मान और महिला स्वावलंबन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी की शासन व्यवस्था की सबसे बड़ी उपलब्धि है—जिसके परिणामस्वरूप आज लाखों बेटियो डॉक्टर, इंजीनियर, उद्यमी, शिक्षक, प्रशासनिक अधिकारी एवं विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।
आर्यन सिंह पटेल ने आगे कहा कि आज की बिहार की महिला आत्मविश्वास, शिक्षा,आत्मनिर्भरता और नेतृत्व क्षमता का प्रतीक है। यह परिवर्तन नीतीश जी की दूरदर्शी नीतियों, मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति और महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रति समर्पण का परिणाम है।अंत में उन्होंने कहा कि बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं को गाँव-गाँव तक पहुँचाने और महिलाओं को उद्योग, स्वरोजगार तथा आर्थिक गतिविधियों से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयास जारी हैं।

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