ग्रामीण डाक सेवक के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से डाक सेवा बाधित
दिवाकर तिवारी ।
रोहतास। अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ एवं नेशनल यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार से अपने छः सूत्री मांगों को लेकर ग्रामीण डाक सेवक राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर चले गए हैं। जिसके चलते डाक सेवा पूरी तरह से बाधित हो गई है। बीपीएम जनार्दन सिंह ने बताया कि दिनारा उप डाकघर के अंतर्गत आने वाले सभी डाक घरों के कर्मी हड़ताल पर हैं। हड़ताल के कारण उप डाकघर सहित सभी शाखा डाक घरों में मोबाइल, डिवाइस, आइपीबीपी का कार्य, डाक थैला, पत्र वितरण बंद कर दिया गया है। उन्होंने केन्द्र सरकार व डाक निदेशालय पर आरोप लगाया की ग्रामीण डाक सेवकों के प्रति हमेशा सौतेला व्यवहार रहा है। विभाग द्वारा हमलोगों के मूलभूत अधिकारों का हनन किया जाता रहा है। यदि सरकार एवं विभाग द्वारा ग्रामीण डाक सेवकों का कार्य समय चार-पांच घंटा से बढ़कर आठ घंटा किया जाए, श्री कमलेश चंद्र कमेटी की सिफारिश के अनुसार समयबद्ध टाइम बॉण्ड 12 24 36 वर्ष शीघ्र लागू किया जाए, एसडीबीएस योजना में ग्रामीण डाक सेवकों को तीन प्रतिशत के ब्याज 10 प्रतिशत किया जाए एवं सभी सेवा नियुक्त जीडीएस को तदर्थ पेंशन दी जाए तथा ग्रामीण डाक सेवकों को लक्ष्य से संबंधित कार्यों पर प्रबंध किया जाए सहित छह मांगों पर सहानुभूति पूर्ण विचार नहीं किया जाता है तब तक हड़ताल जारी रहेगा। हड़ताल में शामिल होने वालों में बीपीएम सतीश चंद्र चतुर्वेदी, विशाल सिंह, मनोज सिंह,दिलिप पाण्डेय, नर्मदा सिंह, शशिकला देवी सहित अन्य लोग शामिल थे।