जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा आज गया जिले के सुदूरवर्ती शेरघाटी अनुमंडल के मोहनपुर प्रखंड कार्यालय में पहुंचकर जनता की समस्याओं को सुना है।

मनोज कुमार,

जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा आज गया जिले के सुदूरवर्ती शेरघाटी अनुमंडल के मोहनपुर प्रखंड कार्यालय में पहुंचकर जनता की समस्याओं को सुना है। मोहनपुर के जनता का मांग था कि जिला पदाधिकारी स्वयं मोहनपुर आकर यहां के आम जनों से रूबरू होवे एवं उनकी समस्याओं को सुने। इसी उद्देश्य से आज जिला पदाधिकारी ने जिले के सभी तमाम विभागीय पदाधिकारी को बुलाकर स्थानीय मोहनपुर क्षेत्र के रहने वाले जनता की समस्याओं को जनता दरबार लगाकर विस्तार पूर्वक सुना है। आज मोहनपुर के जनता दरबार में लगभग 350 व्यक्तियों के मामले को गंभीरतापूर्वक सुनते हुए संबंधित पदाधिकारियों को प्राप्त आवेदनों को जांच यथाशीघ्र कराते हुए जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
आवेदकों के कई मामलों में जिला पदाधिकारी द्वारा जिले के वरीय पदाधिकारी यथा उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी संबंधित प्रखंड के नामित जिला स्तरीय पदाधिकारी आदि द्वारा मामले को जांच करने का भी जिम्मा दिया गया है।
जनता दरबार में प्रधानमंत्री आवास / मुख्यमंत्री आवास योजना से संबंधित आए मामलों को जिला पदाधिकारी ने उप विकास आयुक्त को संबंधित आवेदनों को यथाशीघ्र जांच करते हुए पात्रता रखने वाले व्यक्तियों को प्रधानमंत्री/ मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ देने हेतु अग्रेतर कार्य करने का निर्देश दिया।
जनता दरबार में कई व्यक्तियों ने भूमि विवाद, आपसी बटवारा, अतिक्रमण, जमीन संबंधी दिक्कते आदि से संबंधित आवेदन दिए। उन सभी आवेदन के आलोक में जिला पदाधिकारी ने अंचलाधिकारी तथा थानाध्यक्ष एवं अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के अध्यक्षता में थाना स्तर एवं अनुमंडल स्तर पर हर शनिवार को आयोजित होने वाले जनता दरबार में दोनों पक्षों के व्यक्तियों को बुलाकर संबधित मामलों को प्राथमिकता देते हुए निराकरण कराने का निर्देश दिए।
जनता दरबार में जमीन से संबंधित अत्यधिक मामले को देखते हुए जिला पदाधिकारी ने आए आवेदनों को भूमि सुधार उप समाहर्ता को निर्देश दिया कि अच्छे तरीके से आए आवेदनों को जांच करते हुए संबंधित अधिकारियों द्वारा नियमानुसार उचित कार्रवाई करने हेतु आदेशित करें। इसके साथ ही प्राप्त कई आवेदनों के विरुद्ध वरीय पदाधिकारी नामित कर जांच हेतु निर्देशित किया है। साथ ही जांच पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि प्राप्त आवेदन को अधिकतम 7 दिनों में जांच करते हुए दोषी कर्मी/ पदाधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई हेतु प्रेषित करे।
जनता दरबार में कई व्यक्ति परिमार्जन के संबंध में आवेदन दिए जिसपर जिला पदाधिकारी ने अंचलाधिकारी एवं राजस्व पदाधिकारी को सख्त निर्देश दिया कि परिमार्जन हेतु लंबित आवेदनों को तेजी से निष्पादन करें।
आवेदक ने बताया कि लालपुर गांव खिरियावा पंचायत में नल जल योजना खराब है साथ ही प्राथमिक विद्यालय का अपना भवन नहीं है। इसके अलावा भलुआ से लखयेंपुर रोड काफी खराब है। जिला पदाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जिले में वैसा कोई क्षेत्र जहां गांव से 3 किलोमीटर अधिक दूरी पर कोई प्राथमिक विद्यालय पड़ता है तो उसकी सूची बनाएं ताकि भविष्य में गांव के 1 किलोमीटर के दायरे में ही प्राथमिक विद्यालय का निर्माण हेतु विभाग को प्रतिवेदन उपलब्ध कराया जा सके।
सड़क निर्माण के संबंध में जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग शेरघाटी को निर्देश दिया है कि मोहनपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत जितने भी महादलित बस्तियों को जोड़ने वाली सड़क खराब है या छुटे हुए टोला है या कोई मुख्य सड़क जो खराब है उसे बनवाने की आवश्यकता है, तो सभी संबंधित सड़को कि सूची तैयार करते हुए तेजी से सड़क निर्माण करवाये।
बताया गया कि लखैयपुर भलुआ से मतगढा सड़क एव इटवा बाजार की सड़क खराब है। डीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री संपर्क टोला से सड़क निर्माण करवाये।
जनता दरबार में कुछ विद्यालयों के बाउंड्री वॉल निर्माण करवाने की मांग की गई। इस पर जिला पदाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि नेशनल हाईवे एवं स्टेट हाईवे को प्राथमिकता देते हुए सड़क के किनारे विद्यालयों की बाउंड्री हर हाल में प्राथमिकता से करवाये। इसके अलावा वैसा कोई विद्यालय भवन जो जीर्ण शीर्ण अवस्था में है जर्जर है, उन सभी विद्यालयों का प्राथमिकता सूची तैयार करते हुए नया भवन बनवाने का कार्य करें।
जनता दरबार मे मोहनपुर क्षेत्र के आहर पोखर अतिक्रमण की भी बात कही गयी है। डीएम ने अनुमण्डल पदाधिकारी शेरघाटी को निर्देश दिया ही कि जल जीवन हरियाली योजना के तहत यदि कहि आहर पोखर का अतिक्रमण है, तो उसे तुरंत अतिक्रमण से मुक्त करवाये।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि गया जिला में अधिकांश लोग कृषि पर आधारित है साथ ही रोपनी का समय भी चल रहा है बिजली विभाग हर हाल में 14 घंटा बिजली कृषि फीडर में उपलब्ध करावे ताकि 100% धान रोपनी हो सके। जहां भी एग्रीकल्चर फीडर खराब है उसे तुरंत ठीक करवाये।
उन्होंने लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के अभियंता को निर्देश दिया कि जिस भी टोले में नल जल योजना बंद है उसे तुरंत निरीक्षण कर मामला को समाधान करते हुए नल जल योजना चालू करवाये। साथ ही यदि किसी स्थान पर नए चापाकल की आवश्यकता है तो उसे पूरी प्राथमिकता के साथ नया चापाकल लगवाएं।