शेरघाटी में पति की दीर्घायु के लिए सुहागिनों ने विधि-विधान के साथ की वट सावित्री की पूजा, मांगी मन्नतें

चंदन मिश्रा ।

शेरघाटी। प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण एवम शहरी इलाकों में महिलाओं ने सात सिंगार कर धूमधाम के साथ किया वट सावत्री पूजा।इस वट सावित्री व्रत के अवसर पर गुरुवार को सुहागिनों ने श्रद्धा और विश्वास के माहौल में व्रत रखकर अपने वैवाहिक जीवन के लिए पूजा अर्चना पारंपरिक श्रृंगार के साथ सुहागिन महिलाओं ने बांस की बनी डलिया में पूजन सामग्री लेकर वट सावित्री पूजन अनुष्ठान विधि विधान के साथ करते नजर आई,एक तरफ जहां ज्येष्ठ की भीषण गर्मी के चिलचिलाती धूप के बीच नंगे पैर पूजा की थाली लिये सुहागिन मंदिर और बरगद के पेड़ों तक पूजन करते नजर आई।


प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांव मेंवटवृक्ष के नीचे सुहागिन महिलाओं ने पूजन सामग्री में मौली, रौली, कच्चा धागा, भिंगोया चना,फल,फुल,धूप आदि लेकर वट वृक्षों के नीचे एकत्रित होकर व्रती महिलाओं ने सत्यवान सावित्री की कथा सुनी तथा वट वृक्ष की परिक्रमा कर उसमें कच्चे धागे को लपेट कर अखंड सौभ्याग्यवती बने रहने की कामना की इसका मानता है कि बट सावित्री की पूजा अर्चना करने से पति के लंबी आयु का वरदान मिलता है वहीं जिस प्रकार से सावित्री ने सत्यवान के प्राण बचाने के लिए यमराज से लड़ गई थी वहीं महिलाओं को यह एक प्रेरणा देती है यह वर्ष कथा का एक और महत्व है कि जो इस कथा को श्रवण करता है एवं पूजन को करता है उसे हर मनवांछित फल की प्राप्ति होती है ऐसे आचार्य का कहना है कि बट सावित्री व्रत की कथा सुनने को पूजा अर्चना करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है और पति के लंबी उम्र की भी भगवान से वरदान मिलता है वहीं बट वृक्ष में भगवान विष्णु का वास होता है इसलिए लोग बट वृक्ष की पूजा अर्चना करते हैं।

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