बट सावित्री व्रत पर कौटिल्य मंच की महिलाओं ने पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प
विश्वनाथ आनंद ।
गया (बिहार)- गया के स्थानीय डॉक्टर विवेकानंद पथ गोलबगीच तथा कौटिल्य मंच से जुड़ी विभिन्न जगहों पर विष्णुपद , उत्तरेण , परसाबाद ,डोभी आदि रहनेवाली महिलाओं ने निर्जला व्रत रखकर बट वृक्ष के नीचे बैठकर विधिवत पूजा अर्चना कर पति की दीर्घायु एवं परिवारों की सुख शांति एवं समृद्धि की कामना किया.बट वृक्ष के नीचे बैठकर सावित्री, सत्यवान और यमराज की मूर्ति स्थापित कर नहीं रहने पर उनकी मानसिक रूप से बट वृक्ष की जड़ में जल फल- फूल धूप और मिष्ठान आदि से पूजा कर ब्राह्मणों से सावित्री सत्यवान की कथा सुनती हैं .तथा ब्राह्मणों को दान दक्षिणा देकर आशीर्वाद प्राप्त करती हैं. वृक्ष कि टूसा ग्रहण करती हैं.आज विभिन्न जगहों पर कौटिल्य मंच से जुड़ी महिलाओं ने दूषित पर्यावरण से छुटकारा पाने के लिए पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया.तथा समाज एवं सरकार को ध्यान आकृष्ट किया. इस अवसर पर प्रसिद्ध समाजसेवी तथा कौटिल्य मंच के वरिष्ठ सदस्य ने कहा कि सरकार एवं समाज द्वारा पर्यावरण के प्रति उदासीनता के कारण आज मनुष्य से लेकर जीव जंतु को जानलेवा दुष्परिणाम भुगतना पड़ रहा है.अनेक जीव- जंतु लुप्त हो चुके हैं. ऐसे में पर्यावरण को संरक्षण देकर बचाने का प्रयास करें, महिलाएं आगे आएं . जिन प्रमुख महिलाओं ने संकल्प लिया उनमें रंजना पांडेय ,पूजा कुमारी, प्रतिमा देवी, सीता देवी ,कंचन देवी ,गीता देवी ,महारानी देवी, सुनीता देवी ,जोगमाया देवी, कविता राऊत, प्रोफेसर रीना सिंह, नीलम पासवान, पुष्पा गुप्ता, पूजा कुमारी ,संध्या देवी, अनुपमा देवी मेघा मिश्रा, मालती देवी, पार्वती देवी, पीयूष गुप्ता, संगीता कुमारी, शांति देवी, डिंपल देवी ,रजनी सिंह, पुष्पलता देवी, सरिता देवी, सीमा कुमारी, शकुंतला, सुलेखा उपाध्याय, सुनीता देवी ,सरोज देवी ,अनीता देवी, उर्मिला देवी आदि प्रमुख लोगों का नाम शामिल है.