बिहार बीजेपी के लिये फिसड्डी सबित हुये सम्राट चौधरी !

मंच ब्यूरो ।

पटना । बिहार में भाजपा के सम्राट अंतत भाजपा को सीट नहीं दिला पाये । दरअसल में भाजपा बङे ताम झाम के साथ सम्राट चौधरी को अपनी पार्टी में लाकर बिहार का प्रदेश अध्यक्ष बनाया और फिर उपमुख्यमंत्री का ताज भी पहना दिया।सम्राट कुर्सी और हाई सेक्यूरिटि में इस तरह घिर गये की उनको सामने जनता दिखाई ही नहीं देने लगी तो वहीं दूसरी तरफ राजनीति के न्यूटन कहे जाने वाले लालू ने सम्राट को पटखनी देने के लिये राजद से सात कुशवाहा उम्मीदवारों को टिकट देकर सम्राट को चुनौति दे दी । सम्राट सीना तानकर सुरक्षाकर्मीयों के साथ लोगों को और मीडिया को यह दिखाने में लगे रहे की वो अब भीभीआईपी हैं जिनके पास फटकना किसी के बूते के बाहर की बात है।

केंद्रिय नेतृत्व इस मुगालफत में जीता रहा कि बिहार में वो एक ऐसे सख्शियत को पार्टी की कमान दी है जो मासलीडर है लेकिन जब आजचुनाव परइमाम सामने आया तो सम्राट मीडिया केकैमरों से बचते नजर आये क्योंकी उन्हें यह पता है कि वे अपनी जाति कुशवाहा तक का वोट भाजपा में ट्रांसफर नहीं करा पाये हैं तभी तो सासाराम, काराकाट, भोजपुर और औरंगाबाद जहां कुशवाहा की आबादी निर्णायक है उसे भी भाजपा के पाले में नहीं ला सके। इतना ही नहीं बिहार के अन्य सीटों पर भी अगर कुसवाहा बिरादरी ने भाजपा को वोट किया है तो वह सिर्फ नीतीश के कारण । बिहार भाजपा में दबी जुबान से ऐसे कई नेता है जो सम्राट को पसंद नहीं करते हैं और अब केंद्रिय नेतृत्व भी चुनाव परिणाम के बाद इस चीज को बखूबी समझ गई होगी । यानी आनेवाले दिनें में अगर सम्राट का वजूद पार्टी में इसी तरह बना रहा तो समझ लिजीये की बिहार में भाजपा अपने वजूद को फिर से तलाशति नजर आयेगी ।

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