जिला पदाधिकारी की उपस्थिति में सभी अभियंताओं के साथ बैठक कर कई आवश्यक निर्देश दिए

मनोज कुमार ।

गया, लोग स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के प्रधान सचिव श्री पंकज कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय गया सभागार में संभावित सुखाड़ एवं पेयजल समस्या होने के उपरांत त्वरित समाधान के संबंध में जिला पदाधिकारी की उपस्थिति में सभी अभियंताओं के साथ बैठक कर कई आवश्यक निर्देश दिए हैं।गया सदर डिवीजन के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने बताया कि वर्ष 2019 में 43.14 फिट, वर्ष 2023 में 33.75 फिट एवं वर्ष 2024 में 35.30 फ़ीट भुगर्व औसतम जलस्तर है। शेरघाटी डिवीजन के क्षेत्र में वर्ष 2019 में 43.14 फ़ीट, वर्ष 2023 में 33.75 फ़ीट एव वर्ष 2024 में 35.30 फ़ीट औसतन भुगर्व जलस्तर है।पीएचईडी गया डिवीजन के अंतर्गत 184 पंचायत आते हैं। उन्होंने बताया कि इतरा के वार्ड संख्या 9 एवं 10, चुरी वार्ड संख्या 6, कोरमा वार्ड संख्या 8 एवं 10, मदन बीघा वार्ड संख्या 12, कुजापि के वार्ड संख्या 5, घुटिया वार्ड संख्या 7 एवं 11, औऱवा के वार्ड संख्या 8 संवेदनशील पंचायत एव वॉटर क्राइसिस वाले पंचायत हैं। उक्त पंचायत में प्रायोरिटी पर चापाकल मरामाती एवं नल जल योजना को दुरुस्त रखा जा रहा है।

पीएचईडी शेरघाटी डिवीजन के अंतर्गत 148 पंचायत आते हैं। उन्होंने बताया कि कठौतिया केवाल वार्ड संख्या 04,15,16, साउथ लोधवे वार्ड संख्या 5,6,8,13, बीवी पेसरा वार्ड संख्या 5,6,10,11,12, केवला 9,12,13, मुसैला वार्ड 05,06, करामदिह वार्ड 13, विराज वार्ड 1,2,4,6,7,10, झिकटिया वार्ड 8,9,11,12, पनकारा वार्ड 1,3,10,11, सेवरा वार्ड 11,12, 13 संवेदनशील पंचायत एव वॉटर क्राइसिस वाले पंचायत हैं। उक्त पंचायत में प्रायोरिटी पर चापाकल मरामाती एवं नल जल योजना को दुरुस्त रखा जा रहा है।
प्रधान सचिव ने निर्देश दिया कि वैसा कोई टोला या पंचायत जहां पानी की अत्यंत समस्या है तथा पाइपलाइन भी अधूरा है उन सभी मामलों में स्टैंड पोस्ट लगाकर लोगों को तुरंत पेयजल आपूर्ति दिलवाए।जलापूर्ति योजनाओं की क्रियाशीलता के संबंध में बताया गया कि 876 वार्डों में हर-हर नल का जल का कार्य पूर्ण किया गया है जिसमें सात योजना अकार्यरत है। उसी प्रकार शेरघाटी डिवीजन में 610 वार्ड में जलापूर्ति है, मात्र 02 योजना बंद है। इसके अलावा पंचायती राज विभाग द्वारा 1885 जलापूर्ति योजनाओं में 172 योजना बंद है। इनमें मुख्य रूप से वजीरगंज के दक्षिण गांव वार्ड संख्या 11, पुनावा के वार्ड संख्या 9 एवं 10, धरमपुर के वार्ड संख्या चार एवं 12 एवं सरवहदा के वार्ड संख्या एक शामिल है। शेरघाटी डिवीजन में 1428 योजना पंचायती राज विभाग द्वारा phed को हस्तांतरित हुआ है उसमें 161 योजना बंद है। उसे तेजी से चालू करवाया जा रहा है। प्रधान सचिव ने अधीक्षण अभियंता पीएचईडी को निर्देश दिया कि यदि किसी स्थान पर बार-बार बोरिंग फेल हो रहा है तो उस स्थिति में विभाग से मैकेनिकल एनालिसिस टीम को बुलाकर सर्वे करवाये उसके पश्चात ही बोरिंग करवाये।
चापाकल मरामाती के समीक्षा के दौरान बताया गया कि 14 टीम के माध्यम से 1592 चापाकल को ठीक करवाया जा चुका है। जिला पदाधिकारी ने बताया कि सभी प्रखंडों में प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी के माध्यम से सर्वे कराया गया है जिसमें लगभग 4000 चापाकल गया डिवीजन में तथा 3000 चापाकल शेरघाटी डिवीजन में है। शेरघाटी डिवीजन में 13 मरमत दल के माध्यम से 1503 चापाकल को ठीक करवाया गया है। प्रधान सचिव ने निर्देश दिया कि अगले 15 दिनों के अंदर जिले में खराब चापाकल को मरम्मत करने के लिए किस प्रखंड में कितनी टीम बढ़ाने की आवश्यकता है इसका आकलन कर मरम्मत करवाये ताकि हर हाल में अगले 15 दिन में सभी खराब चापाकल चालू हो सके।
गया डिवीजन में 40 टैंकर उपलब्ध है 10 अतिरिक्त टैंकर पटना से प्राप्त हो रहे हैं इस प्रकार 50 टैंकर सदर डिविजन के पास उपलब्ध रहेगी। शेरघाटी डिवीजन में 19 टैंकर हैं इसके अलावा आज 10 टैंकर अतिरिक्त विभाग द्वारा दिया जा रहा है। इसके अलावा पशु प्याउ की समीक्षा के दौरान बताया गया कि कुल 14 पशु प्याउ गया डिवीजन में है। जिसमें 12 कार्यरत एवं दो आकार्यरत हैं। शेरघाटी डिवीजन में कुल 13 पशु प्याउ गया डिवीजन में है। जिसमें 7 कार्यरत एवं 6 आकार्यरत हैं।
प्रधान सचिव ने निर्देश दिया कि टैंकर परिचालन की दृष्टिकोण से अभी से ही रूट लाइन तैयार कर ले ताकि हर टैंकर का भरपूर प्रयोग लिया जा सके। उन्होंने सभी अभियंताओं को कहा कि नल जल योजना का पानी टिल एन्ड यानी अंतिम छोर तक पहुंचे इसके लिए हर प्रकार की निगरानी बरते। उन्होंने कहा की आवश्यकता पड़ने पर एरिया बाट कर पानी डिस्ट्रीब्यूशन करें ताकि सभी को पानी मिल सके। जहां भी डैमेज पाइप है उसे तुरंत ठीक करावे। आवश्यकता पड़ने पर बीच-बीच में स्टैंड पोस्ट लगाकर तत्काल पानी उपलब्ध करवाये। हर हाल में जनता को इस भीषण गर्मी में पानी की समस्या नहीं हो, इसे सुनिश्चित करावे। सभी अधिकारी निरंतर फील्ड में रहकर वॉटर क्राइसिस पर नजर बनाए रखें। पूरी मेहनत के साथ आप सभी अधिकारी काम करें यही विभाग की अपेक्षाएं हैं।
बैठक में जिला पदाधिकारी गया, अपर समाहर्ता आपदा, अपर समाहर्ता राजस्व सहित phed विभाग के मुख्यालय स्तरीय वरीय अधिकारियों के साथ साथ ज़िला स्तरीय पदाधिकारी भी उपस्थित थे।

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