नगर आयुक्त को सभी विष्णु पद नाले के ढक्कन ठीक करने के निर्देश

धीरज ।
देवधाट आने जाने रास्ते पर दुकान नही खुले, अधिकारी को बात करने के निर्देश

गया। पितृपक्ष मेला 2023 के सफल आयोजन के अवसर पर जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम एवं नगर पुलिस अधीक्षक हिमांशु कुमार द्वारा संयुक्त रूप से विष्णुपद मंदिर एवं देवघाट का निरीक्षण किया गया है जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि विष्णुपद स्टेज के समीप यत्र तत्र ठेला को हटवाना सुनिश्चित करें। इस वर्ष पितृपक्ष मेला अवधि में अत्यधिक भीड़ होने की पूरी संभावना है, इस दृष्टिकोण से यात्रियों को कतारबद्ध पंक्ति में रखने हेतु अच्छे तरीके से क्यु-सिस्टम का प्लान तैयार करें जिससे यात्रियों को कोई भी असुविधा न हो और भीड़भाड़ की भी स्थिति ना बने। विष्णुपद मंदिर के सीढ़ी के माध्यम से उतर कर देवघाट जाने वाले रास्ते मे पड़ने वाले दुकानों के मालिकों के साथ बैठक कर उन्हें निर्देशित करे कि पब्लिक रास्ता को छोड़कर दुकान को और अपने अंदर में ही खोलें, रास्ते पर दुकान ना खुले एवं ग्राहक को भी रोड पर खड़ा होने ना दें। देवघाट जाने के रास्ते में कुछ निजी मकान मालिक ने रास्ते में ही सीढ़ी बनाकर रास्ता को अवरुद्ध कर रखा है। इस पर अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि मकान मालिक से बात करके अवरुद्ध रास्ता को समतल करवाये। देवघाट द्वार पर ही खराब उबर खाबर सीढ़ी को समतल करवाने का निर्देश दिए हैं। जिला पदाधिकारी ने बताया कि 28 सितंबर को गणेश पूजा का प्रतिमा विसर्जन निर्धारित है। और उसी दिन पितृपक्ष मेला का उद्घाटन तिथि निर्धारित है। उक्त परिपेक्ष को देखते हुए सभी गणेश पूजा समिति से आग्रह किया है कि 28 सितंबर को हर हाल में दोपहर 12:00 तक प्रतिमाओं का विसर्जन करवा लें। गणेश प्रतिमा का विसर्जन हर हाल में रुकमणी तालाब के दक्षिणी ओर में जगह चिन्हित रखी गई है उसी में प्रतिमाओं का विसर्जन करें। इसके अलावा किसी अन्य तालाब में विसर्जन नहीं किया जाएगा। फल्गु नदी गयाजी डैम को स्वच्छ एवं निर्मल रखने में आप सभी प्रशासन का सहयोग करें। पितृपक्ष मेला के अवसर पर तीर्थ यात्रियों को तर्पण हेतु गया जी डैम बिंदु से लेकर के गजाधर घाट तक टेंट पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। इस पर जिला पदाधिकारी ने टेंट पंडाल के संवेदक को निर्देश दिया कि हर हाल में 24 सितंबर तक टेंट पंडाल निर्माण का कार्य पूर्ण कर लें। साथ ही पंडाल की चौड़ाई को प्रॉपर तरीके से रखें ताकि अधिक से अधिक यात्रियों को छांव में तर्पण कराया जा सके। गयाजी डैम से लेकर शमशान घाट तक कुल 13 सेक्टर में बांटा गया है घाट पर यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रॉपर व्यवस्थाओं की निगरानी रखी जा सके। इसके अलावा 12 वाच टावर भी बनाया जा रहा है। गया जी डैम के सीढ़ी के समीप खाली पड़े कच्चा रास्ता में यात्रियों का मुंडन हेतु मुंडन घाट नाम से फ्लेक्स के माध्यम से प्रदर्शित करवाया जा रहा है जिससे विभिन्न तीर्थ यात्रियों जिन्हें मुंडन करवाना रहेगा वह यहीं पर आकर के मुंडन कार्य करवाएंगे। अनुमंडल पदाधिकारी सदर को निर्देश दिया है कि सभी नाई समाज के लोगों से बैठक कर उन्हें अवगत करवाये की डैम के पास मुंडन हेतु जगह सुरक्षित रखी गई है।नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि बड़े आकार का अतिरिक्त डस्टबिन मुंडन घाट के समीप लगवाएं ताकि विभिन्न मुंडन कर कर रहे नाई प्रॉपर तरीके से डस्टबिन में यत्र तत्र सामग्री को डालें, नदी में बिल्कुल भी प्रवाहित न करे।
घाट पर यत्र तत्र कई सारे गुमटी देखी गई, इस पर अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी गुमटी को अभिलंब हटवाना सुनिश्चित करवाये। बुधवार के निरीक्षण दौरान कुछ स्थानों पर नाली का ढक्कन सतह से नीचे देखा गया, जिस पर यात्रियों की सुविधा हेतु नाली का ढक्कन प्रॉपर करवाने का निर्देश दिए हैं। इस निरीक्षण के क्रम में श्मशान घाट के समीप विभिन्न लकड़ी के दुकान रास्ते में रहने पर नगर आयुक्त एवं अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देश दिए की पूर्व में बने पक्के स्ट्रक्चर के दुकान में इन सभी दुकानों को शिफ्ट करवाये। जिससे पितृपक्ष मेला के दौरान काफी भीड़ रहती है यात्रियों को आवागमन में कोई असुविधा न हो सके। सूर्यकुंड के आसपास के गलियों में नाली का चैंबर एवं नाली का ढक्कन टूटे हुए हैं इसे नगर आयुक्त अभिलंब ठीक करवाये। इसके उपरांत उन्होंने निर्देश दिया कि शमशान घाट के समीप लखनपुर गली को समतल करवाये।इस निरीक्षण में नगर आयुक्त नगर निगम गया, उप विकास आयुक्त, नगर पुलिस अधीक्षक, वरीय उप समाहर्ता गण, डीसीएलआर सदर, ज़िला पंचायत राज पदाधिकारी, ज़िला आपूर्ति पदाधिकारी सहित नगर निगम के तमाम अभियंता उपस्थित थे।