पितृपक्ष मेला की तैयारियों की जिला पदाधिकारी लगातार कर रहे समीक्षा

मनोज कुमार ।

कवायद: 102 स्वास्थ्य शिविरों की मदद से रखी जायेगी पिंडदानियों के स्वास्थ्य पर नजर

132 डॉक्टरों सहित 266 स्वास्थ्यकर्मियों की लगायी गयी ड्यूटी

जिला अस्पताल में 70 बेड विशेष रूप से पिंडदानियों के लिए रखा जाएगा सुरक्षित

गया,  जिला में पितृपक्ष मेला की तैयारियां शुरु हो चुकी है. जिला प्रशासन द्वारा पितृपक्ष मेला की तैयारियों की समीक्षा की जा रही है. जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम द्वारा विभिन्न राज्यों से आने वाले पिंडदानियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक टीम तैयार रखने तथा अस्पतालों में सभी आवश्यक सुविधाओं के उपलब्धता सुनिश्चित रखने का निर्देश दिया गया है. सिविल सर्जन डॉ रंजन कुमार सिंह द्वारा शहरी क्षेत्र सहित सड़क मार्ग में आने के वाले सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकों तथा दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित रखने का निर्देश संबंधित स्वास्थ्य अधिकारियों को दिये गये हैं. उन्होंने बताया पितृपक्ष के मद्देनजर शहर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में मच्छरों के प्रकोप को रोकने के लिए ब्लीचिंग पाउडर और चूना का छिड़काव भी किया गया है. इसके अलावा फॉगिंग भी करायी जा रही है. सभी दुकानदारों को अपने दुकान व आसपास सफाई बरतने का निर्देश दिया गया है.

102 स्वास्थ्य शिविर किये गये तैयार:
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम नीलेश कुमार ने बताया कि पितृपक्ष मेला के दौरान सभी आठ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र  ग्यारह बजे से सात बजे तक काम करेंगे. पितृपक्ष मेला के दौरान 102 स्वास्थ्य कैंप तैयार किये गये हैं. इनमें पांच स्वास्थ्य कैंप 24 घंटे काम करेंगे. 18 स्वास्थ्य कैंप 12 घंटे काम करेंगे तथा 66 स्वास्थ्य कैंप आठ घंटे संचालित किये जायेंगे. पांच मोबाइल रिस्पांस टीम बनाई गयी है. इन स्वास्थ्य शिविरों में 132 चिकित्सक, 213 पैरामेडिकल स्टाफ तथा 53 अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी होगी.
पितृपक्ष के दौरान आठ एडवांस तथा चार बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस ड्यूटी पर तैनात रहेंगे. 66 जगहों पर पिंडदानियों के आवासन​ शिविर बनाये गये हैं जहां पर चिकित्सकों का दल मौजूद रहेगा.
बताया कि जेपीएन अस्पताल में हेल्थ कंट्रोल रूम बनाया गया है. जहाँ 24*7 पदाधिकारी एवं कर्मी उपलब्ध रहेंगे। एम्बुलेंस चालको का नंबर हर स्वास्थ्य शिविर में प्रदर्शित रहेगा।
जिला अस्पताल में 70 बेड विशेष रूप से पिंडदानियों के इलाज के लिए लगाए गए हैं. पिंडदानियों के लिए मिलावटी खानपान तथा इससे होने वाले स्वास्थ्य संबंधी दुष्परिणामों को रोकने के लिए पांच फूड इंस्पेक्टर खाद्य पदार्थों का निरीक्षण करेंगे.

24 घंटे काम करने वाले स्वास्थ्य शिविर:
निगमा बोधगया
खेल परिसर, गया कॉलेज
विष्णुपद मंदिर
रेलवे स्टेशन
टेंट सिटी गांधी मैदान
आईडीएच

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